विदाई भाषण में अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन ने कुलीनतंत्र के विस्तार के लिए चेताया, कहा- मेरी बात याद रखना 

वाशिंगटन- 16 जनवरी। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने बुधवार को अपने विदाई भाषण में देशवासियों को कुलीनतंत्र के विस्तार से सावधान रहने का आह्वान किया। उन्होंने अलविदा करते हुए इस मौके पर अपने पांच दशक के राजनीतिक जीवन की उपलब्धियों को भी गिनाया।

द न्यूयॉर्क टाइम्स के अनुसार, राष्ट्रपति बाइडेन ने ओवल कार्यालय से देश को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि अमेरिका में अति धनवानों का एक कुलीनतंत्र उभर रहा है। यह कब अनियंत्रित हो जाएं कुछ पता नहीं। यह सत्ता के भूखे लोग हैं। वह इसके लिए खतरनाक स्थिति तक जा सकते हैं। उन्होंने नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड जे. ट्रंप से लोकतांत्रिक आदर्शों और संस्थानों के संरक्षण की उम्मीद जताई।

उन्होंने कहा कि आज अमेरिका को सबसे अधिक खतरा धन, शक्ति और प्रभाव के त्रिकोणीय कुलीनतंत्र से है। यह सचमुच पूरे लोकतंत्र, बुनियादी अधिकारों और स्वतंत्रता के लिए खतरा है। बाइडेन ने कुलीनतंत्र की चर्चा में ट्रंप का नाम नहीं लिया। मगर उनकी टिप्पणी सीधे उनके भावी प्रशासन और एलन मस्क जैसे अरबपति पर थी।

बाइडेन ने कहा कि अमेरिकियों को सत्ता के दुरुपयोग को बढ़ावा देने वाली गलत सूचना और दुष्प्रचार के ढेर के नीचे दफनाया जा रहा है। राष्ट्रपति ने कहा उन्होंने अपने कार्यकाल में लोकतंत्र को सर्वोपरि रखा। जलवायु परिवर्तन जैसे क्षेत्रों में काम किया। उन्होंने कहा, “इन सबके केंद्र में 50 साल रहने के बाद मैं जानता हूं कि अमेरिका के विचार में विश्वास करने का मतलब उन संस्थानों का सम्मान करना है जो एक स्वतंत्र समाज को संचालित करते हैं।” बाइडेन ने सर्वोच्च न्यायालय के लिए कार्यकाल सीमा और नैतिकता में सुधार और कांग्रेस के सदस्यों को स्टॉक ट्रेडिंग से प्रतिबंधित करने का आह्वान किया। बुधवार रात अपने संबोधन से कुछ घंटे पहले बाइडेन ने यह घोषणा करके जश्न मनाया कि यह उनकी विदेश नीति की एक बड़ी उपलब्धि होगी कि इजराइल और हमास ने गाजा में संघर्ष विराम के उनके प्रस्तावित समझौते को स्वीकार कर लिया है।

इस मौके पर बाइडेन ने स्वीकार किया कि उनकी कई नीतियां अमेरिकियों के साथ तालमेल बिठाने में विफल रही हैं। मगर हमने मिलकर जो कुछ किया है उसका पूरा प्रभाव महसूस करने में समय लगेगा। बीज बोए गए हैं और वे बड़े होंगे और वे आने वाले दशकों तक खिलते रहेंगे। उन्होंने कहा कि वह ट्रंप को हरा सकते थे और मगर उनका चुनाव से पीछे हटने का निर्णय डेमोक्रेटिक पार्टी को एकजुट करना था।

जॉर्ज वॉशिंगटन के समय से चली आ रही विदाई भाषणों की परंपरा को कायम रखते हुए बाइडेन ने लगभग 17 मिनट तक भाषण दिया। उन्होंने विदाई भाषण पर अपने परिवार के सदस्यों के बीच हस्ताक्षर किए। इस मौके पर मौजूद उपराष्ट्रपति कमला हैरिस को उन्होंने अपना “अविश्वसनीय साथी” कहा। बाइडेन ने भाषण के आखिर में कहा, “अब आपकी रक्षा करने की बारी है।” “आप सभी लौ के रक्षक बनें। आप विश्वास बनाये रखें। मुझे अमेरिका से प्यार है। भगवान आप सबका भला करे। भगवान हमारे सैनिकों की रक्षा करें। इस महान सम्मान के लिए धन्यवाद।”

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Author: lakshyatak

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