मोतिहारी- 13 दिसबंर। जिले के कोटवा प्रखंड के किसान खेती किसानी के क्षेत्र में रोज नए नए प्रयोग कर अनूठा मिसाल पेश कर रहे है। जो किसानो के लिए काफी लाभप्रद सिद्ध हो रहा है।ऐसे ही किसान यदि अपने कौशल के साथ तकनीक से खेती करें तो फायदे ही फायदे होंगे।कोटवा प्रखंड के गोपी छपरा पंचायत के सागर चुरामन गांव के वार्ड नंबर 10 के एक किसान प्रयागदेव सिंह ने एक ऐसा ही प्रयोग कर सबको आकर्षण केन्द्र बन गये है ये विगत कई सालों से काले, लाल ,हरे रंग के साथ-साथ मैजिक और अम्बे धान की खेती कर रहे है। इन प्रभेदों के चावल उसी रंग के होते है। इन चावलों को देखने से लगता है कि मानो किसी ने उस पर रंग छिड़क दिया हो।
सिंह बताते हैं कि मिनरल्स और विटामिन से भरपूर इन चावलों का इस्तेमाल कई रोगों से पीड़ित मरीजों के लिए फायदेमंद साबित होता है । किसान सिंह ने काले,हरे,लाल व मैजिक चावल के साथ-साथ अंबे चावल का भी खेती करते हैं।इनकी खेती पूरी तरह से जैविक तरीके से की जाती हैं। जिसमे रसायनिक खाद का बिल्कुल ही इस्तेमाल नही होता है। सिंह बताते है कि काला चावल दो प्रकार के होते हैं एक 160 दिनों में पक कर तैयार हो जाता है ,वही दूसरा 110 दिनों में तैयार होता है। इनके दानों में अंतर देखा जा सकता है। इसमें भरपूर मात्रा में मिनिरल्स पाए जाते हैं यह चावल डायबिटीज के मरीजों के लिए फायदेमंद माना जाता है। वही लाल चावल ह्रदय रोग, कैंसर और शुगर आदि रोगों से पीड़ित लोगों के लिए फायदेमंद होता है। यह 110 दिनों में तैयार हो जाते हैं। हरे चावल में भी कई तरह के विटामिंस पाए जाते हैं जो 170 दिनों में पक कर तैयार हो जाता है।
मैजिक चावल की बात करें तो यह ठंडे पानी में भी पक जाता है और यह 170 दिनों में तैयार हो जाता है। किसान प्रयाग देव सिंह 1972 से खेती कर रहे हैं ।उन्होंने बताया कि विपरीत मौसम के बावजूद भी इन सभी फसलों का अच्छा पैदावार हुआ है । यहां बता दें कि इसके अलावा श्री सिंह लाल गोभी, पीला गोभी, लाल भिंडी, हरा भिंडी, इलायची की भी खेती करते हैं। बताया गया है कि वर्तमान जिला पदाधिकारी शीर्षक कपिल अशोक 2020 में उनके खेतों तक पहुंच कर उन फसलों की कटाई में शरीक हुए थे।