
झांसी में भूवैज्ञानिकों ने खोजा नीलम के उपरत्न का भंडार
झांसी-15 दिसम्बर। बुन्देलखण्ड को राजनैतिक लोगों ने पिछड़ा,सूखा व भूखा सिद्ध करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी है। इसके इतर बुन्देलखण्ड की भूमि ऐसी
झांसी-15 दिसम्बर। बुन्देलखण्ड को राजनैतिक लोगों ने पिछड़ा,सूखा व भूखा सिद्ध करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी है। इसके इतर बुन्देलखण्ड की भूमि ऐसी
मधुबनी में आयोजित चार दिवसीय विज्ञान कार्यशाला संपन्न मधुबनी-16 नवंबर। वैज्ञानिक सोच के लिए तथ्य का अवलोकन जरूरी है। यह तभी संभव है जब मानव
विज्ञान कार्यशाला के दूसरे दिन बाल वैज्ञानिक ने भी लिया हिस्सा मधुबनी-14 नवंबर। मैथिली भाषा वैज्ञानिक अनुप्रयोग की भाषा है। क्योंकि इस भाषा के वाक्य
चार दिवसीय विज्ञान व प्रकृति आधारित कार्यशाला शुरू मधुबनी-13 नवंबर। प्रकृति ही सबसे बड़ा गुरु है। इसमें ही ज्ञान व विज्ञान का भंडार निहित है।
कानपुर- 12 नवम्बर। सर्दी के दिन आ रहे हैं और तापमान लगातार कम हो रहा है तो वहीं स्मॉग बढ़ता ही जा रहा है। यह
बच्चों में प्रतिभा की कमी नहीं,जरूरत उसे विज्ञान के प्रति जागरूक करने कीः डा. आरएस पांडेय मधुबनी-08 नवम्बर। स्थानीय रीजनल सेकेन्ड्री स्कूल में सोमवार 29
7 अगस्त : बहुत से लोग वैज्ञानिक दृष्टिकोण को नास्तिकता का पर्यायवाची समझते हैं लेकिन इनमें काफी अंतर है।आस्तिकता से सामान्य आशय है कि ईश्वरीय
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