
किसानों को समृद्ध बनाने में कृषि विज्ञान केंद्र का प्रयास सराहनीयः सभापति
मधुबनी- 13 फरवरी। बेनीपट्टी प्रखंड क्षेत्र के बसैठ चानपुरा स्थित कृषि विज्ञान केंद्र परिसर में एसके चोधरी एडुकेशनल ट्रस्ट के तत्वाधान में तीन दिवसीय अंतराष्ट्रीय कृषि एवं स्वास्थ्य अमृत महोत्सव सह मेगा एग्री एक्सपो का समापन हो गया। समापन समारोह का उद्घाटन बिहार विधान परिषद के सभापति देवेशचंद्र ठाकुर,पूर्व मंत्री सह विधायक रामप्रीत पासवान,केंद्रीय ग्रामीण विकास विभाग के सचिव हुकुम सिंह मीना,कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. शशिनाथ झा व अन्य अतिथियों ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया।
इस दौरान बिहार विधान परिषद के सभापति देवेशचंद्र ठाकुर ने कहा कि कृषि क्षेत्र में लगातार नई-नई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है और उसके निदान के लिए वैज्ञानिक भी लगातार नई-नई तकनीकों का ईजाद कर किसानों की समस्याओं के समाधान की दिशा में काम कर रहे हैं। उस नई तकनीकों की जानकारी देकर किसानों को समृद्ध बनाने का कृषि विज्ञान केंद्र का यह प्रयास सराहनीय है। बिहार में जलवायु परिवर्तन व प्राकृतिक आपदाओं के कारण कृषि कार्य किसी चुनौती से कम नही है और कृषि के मृतप्रायः हो चुके पुरानी फसलों को नई तकनीक से खेती करने को किसानों प्रेरित किया जा रहा है, यह बेहद ही सुखद और सकारात्मक पहल है। उम्मीद करते हैं कि मिथिलांचल के सुदूर ग्रामीणों क्षेत्रों में भी विभिन्न देशों व प्रदेशों से आये कृषि वैज्ञानिकों, विशेषज्ञों व प्रतिनिधियों द्वारा साझा की गई खेती के गुर से किसान लाभान्वित होंगे।
पूर्व मंत्री रामप्रीत पासवान एवं केंद्रीय ग्रामीण विकास विभाग के सचिव हुकुम सिंह मीणा सहित अन्य अतिथियों ने कहा कि भारत सरकार के द्वारा कृषि,उद्योग,लघु सिंचाई, पशुपालन को बढ़ावा देने और आर्थिक उन्नति के लिये कई योजनाएं चलाई जा रही है। कृषि यंत्रों के सहारे वैज्ञानिक पद्धति पर आधुनिकतम तकनीक से किसान मिलेट ( पुरानी पौष्टिक तत्वों से भरपूर) फसलों की खेती करने की आवश्यकता है। नई तकनीक,कृषि यंत्र,आधुनिकतम पद्धति का प्रशिक्षण देकर यह संस्थान सरकार एवं किसान के बीच की कड़ी बनी हुई है। जबकि पूर्व सांसद हुक्मदेव नारायण यादव ने युवाओं को प्रेरित करते हुए देश के विकास के लिये आगे आने की अपील की। उन्होंने ईमानदारी से सरकारी की योजनाओं को जरूरतमंद तक पहुंचाने की आवाश्यकता जताई। कहा कि सूचना प्राधौगिकी एवं तकनीक को पूरी निष्ठा के साथ किसानों तक ईमानदारी से पहुंचाने से किसानों को लाभ मिल सकेगा।
नेपाल के कृषि सचिव डॉ. योगेंद्र कार्की,कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. शशिनाथ झा,भाजपा नेत्री किरण कुमारी झा,राम मनोहर लोहिया कॉलेज दिल्ली के सीएमओ अनिल चोधरी,शास्त्र चूड़ामणि शोध संस्थान के विद्वान डॉ. मित्रनाथ झा,आत्मा मधुबनी के उप परियोजना निदेशक राकेश कुमार,शिक्षाविद शिव किशोर राय व पूर्व जिप सदस्य खुशबू कुमारी सहित अन्य वक्ताओं ने भी मिलेट मरुआ,सामा,कोदों,कौनी सहित (पुरानी) फसलों को आधुनिकतम तकनीक से खेती कर हरित क्रांति लाये जाने की बात कही। अध्यक्षीय संबोधन में डॉ. संत कुमार चोधरी ने कहा कि किसानों को कृषि यंत्रों,नई वैज्ञानिक पद्धति पर आधारित आधुनिक तकनीक से उत्पादकता बढ़ाने के उद्देश्य से इस अंतराष्ट्रीय महोत्सव को सफल बनाने के लिये और अतिथियों के आगमन हेतु आभार जताया और कहा कि किसानों की खुशहाली के लिये इस संस्था के द्वारा हर नई तकनीक की जानकारी किसानों तक पहुंचाने का सिलसिला जारी रहेगा। किसान की खुशहाली और सामाजिक विकास के साथ देश की प्रगति के लिये संस्थान कृत संकल्पित है। कार्यक्रम में सभी अतिथियों को प्रतीक चिन्ह भी भेंट किया गया। कार्यक्रम में कृषि यंत्र व उत्पाद की प्रदर्शनी लगाई गई थी।
मौके पर एसडीपीओ अरुण कुमार सिंह,उपप्रमुख अशोक कुमार चोधरी,संस्थान के वरीय कृषि वैज्ञानिक मंगलानंद झा व ईश्वर चंद्र झा सहित अन्य लोग भी मौजूद थे।



