
पंजाब में कोयला आपूर्ति बाधित, गहरा सकता है बिजली संकट
चंडीगढ़- 06 अप्रैल। पंजाब में कोयला आपूर्ति बाधित होने से बिजली संकट गहरा सकता है। इसके मद्देनजर पंजाब के बिजली मंत्री हरभजन सिंह ने बुधवार को नई दिल्ली में केंद्रीय कोयला और खनन मंत्री प्रह्लाद जोशी तथा केंद्रीय बिजली, नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह मुलाकात की है।
बिजली मंत्री ने कहा कि धान के सीजन में पंजाब में बिजली की मांग बढ़ जाती है। सरकार के स्वामित्व वाले थर्मल पावर स्टेशनों के सभी यूनिट चलाने पड़ते हैं। धान सीजन में बिजली की मांग 15000 मेगावाट होने की संभावना है। हरभजन ने कोयला संबंधी सब ग्रुप कमेटी द्वारा राज्य के अपने प्लांटों और प्राअवेट थर्मल प्लांटों के लिए किए गए कोयले के वितरण के मुकाबले कोयले के कम रैकों की सप्लाई का मुद्दा भी उठाया गया।
उन्होंने दोनों केंद्रीय मंत्रियों से 20 लाख मीट्रिक टन अधिक कोयला सरकारी क्षेत्र के प्लांटों के लिए और 30 लाख मीट्रिक टन अतिरिक्त कोयला अलाट करने की मांग की। इसको पी.एस.पी.सी.एल द्वारा प्राइवेट प्लांट नाभा पावर लिमिटड और तलवंडी साबो पावर लिमिटड को ट्रांसफर किया जाएगा। हरभजन सिंह ने केंद्रीय ऊर्जा मंत्री से पंजाब को 1500 मेगावाट बिजली उपलब्ध कराने का भी आग्रह किया है।



