पूर्णिया- 15 सितम्बर। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को पूर्णिया में आयोजित कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की जमकर तारीफ की। उन्होंने एक के बाद एक करके कई योजनाओं को गिनाया और उन योजनाओं को लागू कराने में प्रधानमंत्री के योगदान को विस्तार से बताया।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 40 हजार करोड़ रुपये से अधिक की परियाजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इन परियोजनाओं में विद्युत, रेलवे, एयरपोर्ट, आवासन एवं शहरी कार्य, जल शक्ति, ग्रामीण विकास, कृषि तथा पशुपालन क्षेत्रों की विभिन्न परियोजनाएं शामिल हैं।उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एनआरएलएम) के लाभों का वितरण भी किया।
इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुये मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि प्रधानमंत्री पूरे देश के साथ-साथ बिहार के लिए भी बहुत काम कर रहे हैं। यह बहुत खुशी की बात है कि प्रधानमंत्री द्वारा यहां से बिजली, रेलवे, नगर विकास एवं बाढ़ नियंत्रण से संबंधित 12 योजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास किया जा रहा है। साथ ही 4 ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह खुशी की बात है कि केंद्रीय बजट से की गई घोषणाओं तथा सबसे बड़ी निवेशवाली पीरपैंती थर्मल पावर परियोजना भी इसमें शामिल है। इन सभी विकास योजनाओं की लागत 40 हजार करोड़ रुपये से अधिक है। इन सभी योजनाओं से बिहार को काफी फायदा होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री ने पूर्णिया हवाई अड्डा के नये टर्मिनल भवन का उद्घाटन किया है। इसके लिए राज्य सरकार बहुत पहले से प्रयास में थी, लेकिन प्रधानमंत्री के चलते यह काम जल्द पूरा हो गया। इस हवाई अड्डा के शुरू होने से इस क्षेत्र के लोगों को बहुत फायदा होगा। इसके अलावा बिहार में सब काम कर दिया गया है। हम लोगों से पहले जो सरकार थी, उसने कोई काम नहीं किया था। उस वक्त बहुत बुरा हाल था।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 24 नवंबर, 2005 को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की जो सरकारी बनी थी, उसमें जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के साथ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) भी थी। हमलोग मिलकर बिहार का विकास कर रहे हैं। बीच में गड़बड़ हुआ था, इसीलिए उन लोगों को छोड़ दिया गया। पहले हमारी पार्टी के कुछ लोग गड़बड़ कर देते थे। अब सवाल ही नहीं पैदा होता है। भाजपा और जदयू की जो सरकार बनी,उसमें सब काम हुआ और हम लोग मिलकर आगे भी सारा काम करेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम लोगों की राज्य सरकार ने कुछ नये निर्णय लिए हैं। वृद्धजनों, दिव्यांगजनों और विधवा महिलाओं को पहले मिलने वाली पेंशन की राशि 400 रुपये थी, जिसे बढ़ाकर अब 1100 रुपये कर दी गई है। इससे 1 करोड़ 13 लाख लोगों को फायदा हो रहा है। वर्ष 2018 में हर घर बिजली पहुंचा दी गई, जिसे काफी कम पैसे में दिया गया, लेकिन अब हमलोगों ने इस साल तय कर दिया कि अब सभी घरेलू उपभोक्ताओं को बिजली मुफ्त में दी जाएगी, इसे जुलाई माह से प्रारंभ भी कर दिया गया है।
नीतीश कुमार ने कहा कि वर्ष 2020 में हमलोगों ने तय किया था कि 10 लाख सरकारी नौकरी और 10 लाख रोजगार देंगे। 10 लाख सरकारी नौकरी दे दी गई है और 10 लाख रोजगार बढ़ते-बढ़ते अब 39 लाख रोजगार हो गया है। इसको भी बढ़ाकर अब 50 लाख से भी ज्यादा करना है। अब हमलोगों ने तय कर दिया है कि आगामी 5 वर्ष में सरकारी नौकरी और रोजगार मिलाकर एक करोड़ युवाओं को नौकरी और रोजगार दिया जाएगा। बिहार में नये उद्योग लगाने के लिए भी केंद्र से विशेष सहायता दी जा रही है।
इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी, केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान, केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह, केंद्रीय मंत्री किंजरापु राम मोहन नायडू, केंद्रीय राज्य मंत्री नित्यानंद राय, केंद्रीय राज्य मंत्री रामनाथ ठाकुर, केंद्रीय राज्य मंत्री राजभूषण निषाद, केंद्रीय राज्य मंत्री सतीश चंद्र दूबे, उप मुख्यमंत्री सम्राट चैधरी, उप मुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा, राज्य सरकार के मंत्री विजय कुमार चैधरी, राज्य सरकार के मंत्री बिजेन्द्र प्रसाद यादव, सांसद एवं जदयू के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय कुमार झा, भाजपा के प्रदेष अध्यक्ष डॉ. दिलीप कुमार जायसवाल, सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव सहित राज्य सरकार के अन्य मंत्रीगण, विधायकगण,विधान पार्षदगण सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधिगण,गणमान्य व्यक्ति,वरीय अधिकारी उपस्थित थे।
