
मोदी सरकार संसद एवं संविधान की नहीं, बल्कि आर्डिनेंस और तानाशाह की: जदयू
पटना- 24 दिसंबर। जदयू के प्रदेश प्रवक्ता अभिषेक झा एवं अंजुम आरा ने केन्द्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा है कि यह सरकार संसद और संविधान की नहीं, बल्कि आर्डिनेंस और तानाशाह की है। उन्होंने कहा कि जब से केंद्र में मोदी सरकार आई है तब से संसद का सत्र लगातार कम हो रहा है।
दोनों प्रवक्ता आज पार्टी कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। प्रवक्ताओं ने कहा कि मोदी सरकार ने संसद में बिल पास करवाने के बजाय देश को अध्यादेशों के बल पर तानाशाही रूप से चला रही है। प्रवक्ता अभिषेक झा ने कहा कि सरकार ने हास्यास्पद कारण देते हुए इस वर्ष का शीतकालीन सत्र तय तिथि 29 दिसंबर से 7 दिन पहले ही 23 दिसंबर को खत्म कर दिया। सरकार का मानना है कि चूंकि क्रिसमस और नया वर्ष आने वाला है, इसलिए संसद का सत्र पहले खत्म कर दिया गया है।
उन्होंने कहा कि यह कोई पहला मौका नहीं है जब मोदी सरकार ने संसद का सत्र तय समय से पहले खत्म कर दिया गया हो। कोरोना काल के बाद से आज तक संसद का एक भी सत्र अपना तय समय पूरा नहीं कर पाई है। इस वर्ष संसद मात्र 75 दिन चला है। अंजुम आरा ने कहा कि एक तरफ संसद में पेश होने वाले बिलों (विधेयक) की संख्या में लगातार कमी हो रही है और दूसरी तरफ सरकार गैर-संसदीय ढंग से आर्डिनेंस (अध्यादेशों) की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2014 से लेकर 2021 के दौरान 7 वर्षों में ही मोदी सरकार 84 अध्यादेश जारी कर चुकी है।



