UP:- जमीन के लालच में बड़े भाई ने कराई थी छोटे भाई की हत्या, 4 गिरफ्तार

कानपुर- 30 जून। घर का भेदी लंका ढाए कहावत थाना साढ़ में हुई हत्या की जघन्य वारदात में सच साबित हो गई। घटना में जमीन के लालच में बड़े भाई ने ना केवल छोटे भाई के दुश्मनों के साथ मिलकर हत्या की साजिश रची बल्कि छोटे भाई की हत्या करने के लिए एक लाख रुपये की सुपारी भी दी थी। पुलिस ने हत्याकांड का खुलासा करते हुए मृतक के भाई राजन यादव सहित चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।

साढ़ थाना क्षेत्र के लालपुर गांव बीते 25 जून को लालू नाम के व्यक्ति की हुई हत्या के जघन्य वारदात का थाना साढ़ पुलिस और टीम सर्वलांस की मदद से महज पांच दिन के अंदर खुलासा कर दिया। पुलिस ने मुख्य आरोपी सुशील शर्मा सहित चार आरोपियों को गिरफ्तार करके उनके पास से वारदात प्रयुक्त तमंचा भी बरामद कर लिया।

पूछतांछ में सुशील ने बताया कि जमीन के मामले को लेकर मृतक लालू से झगड़ा हुआ था। लालू ने मेरी मां को भी मारा था उसी समय से बदला लेना चाह रहा था। लालू को रास्ते से हटाने के लिए प्लान बना लिया था। इसी बीच लालू के बड़े भाई राजन यादव मिले उन्होंने भी कहा कि मैं भी इसे रास्ते से हटाना चाहता हूं क्योंकि लालू मेरी साली के साथ शादी करके घर में लाना चाहता था जिससे मेरे जमीन का बंटवारा होता जो मुझे पसंद नहीं था। इसके बाद सुशील और अरुण दीक्षित कैलाश तीनों ने मिलकर लालू को रास्ते से हटाने की योजना बना ली थी।

बड़े भाई की मुखबरी से छोटे भाई की गई जान

25 जून को रात्रि 9:00 बजे लगभग सुशील अपने साथी कैलाश तिवारी, अरुण दीक्षित को लेकर नहर पटरी बंबा पर आया। इसी बीच लालू का बड़ा भाई राजन बार बार फोन करके कह रहा था कि आज काम कर दो, लगभग दसों बार फोन किया। करीब 10:00 बजे के लगभग राजन यादव ने मुझे फोन से बताया कि लालू घर से निकल चुका है जैसे ही वह बंबा पुलिया के करीब आया तो हमने उसकी गाड़ी को रोककर बात की। मौका पाकर मेरे साथियों ने तमंचे की बट से उसके सिर पर वार कर दिया। सुशील ने अंगूठे से और कैलाश तिवारी लस्सी से गले में फंदा लगाकर पटक दिए। हम मारते रहे और तमंचे की बट से मारने के बाद सुशील ने उसके मुंह में तमंचे से फायर कर दिया जिससे वह मर गया।

हत्या करने के बाद आरोपी भाग गए थे चित्रकूट

हत्या करने के बाद हत्यारों लालू की लाश को वहीं खेत में फेंक दिया। हत्यारे हड़बड़ाहट में मोटरसाइकिल से निकल कर बरिपाल से ट्रेन पकड़ कर चित्रकूट निकल गए। 28 को वह जब वापस आए तो सर्वलांस की टीम की मदद साढ़ पुलिस ने आरोपियों को दबोच लिया। एसपी आउटर तेज स्वरूप सिंह ने बताया कि अहम भूमिका के तौर पर सर्विलांस प्रभारी पंकज सिंह और थाना साढ़ प्रभारी मंसूर अहमद और पुलिस टीम ने पांच दिन के अंदर हत्या का खुलासा कर दिया।

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Author: lakshyatak

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