[the_ad id='16714']

PM मोदी ने हज यात्रा को पारदर्शी बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई: लियाकत अली अफाकी

नई दिल्ली- 21 दिसंबर। हज कमेटी ऑफ इंडिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी लियाकत अली अफाकी ने हिन्दुस्थान समाचार से विशेष बातचीत में कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सबसे लोकप्रिय नारे सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास का प्रभाव है कि हज यात्रा के मामले में भी पारदर्शिता दिखाई दे रही है। प्रधानमंत्री ने महिलाओं के अधिकारों को सुदृढ़ करते हुए मुस्लिम महिलाओं को लकी ड्रॉ के बगैर बिना मेहरम हज यात्रा पर जाने का अवसर प्रदान किया है।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने मानवता की ऊंची मिसाल पेश करते हुए दिव्यांगजनों को एक सहायक के साथ हज यात्रा पर जाने की भी इच्छा व्यक्त की है। महिला एवं बाल विकास और अल्पसंख्यक मामलों की मंत्री स्मृति ईरानी ने भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘सभी भारतीय एक समान’ मिशन को आगे बढ़ते हुए अभी वीआईपी हज कोटे को समाप्त कर उसे आम लोगों के नाम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

अफाकी ने बताया कि ‘हज 2024’ में भारत सरकार द्वारा हज यात्रियों को दिए जाने वाली मुख्य सुविधाओं में से हज कोटा और वीआईपी कोटा जैसी तमाम सुविधाओं को समाप्त कर आम हज यात्रियों के लिए आरक्षित किया गया है। सभी यात्रियों को निशुल्क ऑनलाइन हज यात्रा के लिए आवेदन फॉर्म भरने की सुविधा दी गई है। यात्रियों को अपने निवास स्थान से करीब दो इंबारकेशन प्वाइंट (यात्रा प्रारंभ करने का स्थान) चुनने का अधिकार दिया गया है। इसके साथ ही इंबारकेशन प्वाइंट की संख्या बढ़ाकर 20 की गई है। 45 वर्ष से अधिक आयु की महिला अकेले बिना मेहरम हज यात्रा के लिए आवेदन कर सकती हैं। 70 वर्ष या उससे अधिक आयु वाले बुजुर्ग व बिना मेहरम महिला आवेदनकर्ता की स्वीकृति सुनिश्चित की गई है और उनकी सीट की बिना लॉटरी के आरक्षित करने की व्यवस्था की गई है।

उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि भारतीय हज यात्रियों की स्वास्थ्य की देखरेख सीधे स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के देख-रेख में की जाएगी। दवाओं और टीकों की व्यवस्था समय पर करने के साथ बेहतर इलाज आदि की व्यवस्था की गई है। 2024 की हज यात्रा में भारतीय हज यात्रियों को सऊदी अरब में भारत सरकार के जरिए बेहतर से बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने की व्यवस्था की जा रही है। हज यात्रा 2024 को सुविधाजनक और सुरक्षित बनाने के लिए भी हर संभव प्रयास किया जा रहा है। हज गाइड हिंदी, उर्दू, अंग्रेजी के साथ-साथ आठ अन्य भारतीय भाषाओं में प्रकाशित किए जाने की व्यवस्था की गई है।

lakshyatak
Author: lakshyatak

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!