नई दिल्ली- 05 अक्टूबर। प्रगति मैदान में इन दिनों पैसिफिक एशिया ट्रैवल एसोसिएशन (पीएटीए) और पर्यटन मंत्रालय के सहयोग से तीन दिवसीय ट्रैवल मार्ट चल रहा है। इस संबंध में गुरुवार को आयोजित संवाददाता सम्मेलन में पीएटीए के अध्यक्ष पीटर सेमोन ने कहा कि कोरोना के बाद पर्यटन क्षेत्र में सुधार हुआ है। अब एशिया-प्रशांत क्षेत्र में पर्यटन में 80 फीसदी का रिकवरी हो चुकी है। उन्होंने कहा कि पीएटीए भारत के ट्रैवल फार लाइफ पहल से प्रेरित है, जो पर्यटन स्थलों के स्वच्छता के साथ-साथ समग्र और सामंजस्यपूर्ण विकास पर केन्द्रित है। पीटर सेमोन ने कहा कि ट्रैवल फार लाइफ पहल को दुनिया भर में दोहराया जाना चाहिए।
इस मौके पर पर्यटन मंत्रालय की सचिव वी. विद्यावती ने कहा कि पीटीएम 2023 की मेजबानी करना भारत के लिए सम्मान की बात है। इस मंच से करीब 46 देशों के प्रतिनिधियों को पर्यटन के क्षेत्र में सहयोग और नया सीखने का मौका मिला है। उन्होंने बताया कि पर्यटन मंत्रालय ग्रामीण पर्यटन पर जोर देने के साथ साथ वेडिंग डेस्टिनेशन के विकास पर जोर दे रहा है। आने वाले समय में कई ऐसे गांव को भी पर्यटन मैप पर लाया जाएगा जिसमें काफी संभावनाएं हैं। उन्होंने बताया कि देश में शादी समारोह के लिए भी नए डेस्टिनेशन के विकास पर जोर दिया जा रहा है ताकि मौजूदा स्थानों पर पर्यटकों के भार को कम किया जा सके। इसके साथ नए स्थानों को विकसित कर वहां संभावनाओं को बढ़ाया जा सके।
लक्जरी टूरिज्म के सवाल पर वी. विद्यावती ने कहा कि भारत में राजसी गौरव के मामले में धनी है। यहां लक्जरी टूरिज्म को लेकर काफी संभावनाएं हैं। उन्होंने बताया कि साल 2047 तक देश में सालाना 10 करोड़ विदेशी पर्यटक और 200 करोड़ घरेलू पर्यटकों की संख्या करने का लक्ष्य रखा गया है। इस क्षेत्र से एक ट्रिलियन डॉलर की आय से अधिक होने का अनुमान है।
भारत अंतर्राष्ट्रीय प्रदर्शनी-सह-कन्वेंशन सेंटर (आईईसीसी), प्रगति मैदान, नई दिल्ली में पैसिफिक एशिया ट्रैवल एसोसिएशन (पीएटीए) ट्रैवल मार्ट 2023 के 46वें संस्करण की मेजबानी कर रहा है। यह ट्रैवल मार्ट 4 अक्टूबर से शुरू हुआ, जो 6 अक्टूबर तक चलेगा। ट्रैवल मार्ट का आयोजन महामारी के कारण तीन साल के अंतराल के बाद किया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि पैसिफिक एशिया ट्रैवल एसोसिएशन (पीएटीए) की स्थापना 1951 में हुई थी, जिसका मुख्यालय बैंकॉक में है। यह एक प्रसिद्ध गैर-लाभकारी एसोसिएशन है जिसे एशिया प्रशांत क्षेत्र में यात्रा और पर्यटन के जिम्मेदार विकास में उत्प्रेरक के रूप में भूमिका निभाने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त है।
