
MADHUBANI:- 64 केन्द्रों पर 49 हजार से अधिक छात्र देंगे परीक्षा
मधुबनी-31 जनवरी। शांतिपूर्ण व कदाचार मुक्त इंटर परीक्षा 2022 के सफल संचालन के लिए जिला नियंत्रण कक्ष बनाया गया है। अनुमंडल स्तर पर मॉनिटरिंग की प्रक्रिया अपनायी गयी है। जिसके लिए नोडल अधिकारी पदस्थापित किये गये हैं। झंझारपुर व फुलपरास के लिए डीपीओ नवीन ठाकुर को नोडल अधिकारी बनाया गया है। वहीं सदर मधुबनी के लिए डीपीओ स्थापना नजीबुल्लाह व जयनगर व बेनीपट्टी के लिए डीपीओ एसएसए सह योजना एवं लेखा चंदन प्रभाकर को जिम्मेवारी दी गयी है। डीइओ नसीम अहमद ने बताया कि ये नोडल अधिकारी राजय से जिला के लिए नामित नोडल पदाधिकारी हरेन्द्र राम के साथ समन्वय स्थापित कर क्षेत्र भ्रमण भी अनुमंडलवार सुनिश्चित करेंगे। इधर इस परीक्षा के लिए बनाये गये सभी 64 परीक्षा केंद्रों पर सिटिंग अरेजमेंट की व्यवस्था सोमवर को पूरी कर ली गयी। सभी केंद्रों पर एक्स व वाई की व्यवस्था की गयी है। शहर में 30 परीक्षा केंद्र बनाये गये हैं। केंद्रों पर सोशल डिस्टेंस, सेनेटाइज, मास्क के प्रयोग सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है। सभी केंद्रों पर हेल्प डेस्क बनाया गया है। रहिका प्लस टू उवि और कपिलेश्वर स्थान में पहली बार परीक्षा केंद्र बनाये गये हैं। वहीं सेंट्रल पब्लिक स्कूल थाना चौक को आदर्श परीक्षा केंद्र बनाया गया है। छात्राओं के लिए यह केंद्र बनाया गया है। छात्र व छात्राओं के लिए अलग अलग परीक्षा केंद्र बनाये गये हैं। शिवगंगा बालिका प्लस टू बालिका विद्यालय के सीएस सह एचएम अब्दुस सलाम ने बताया कि परीक्षा केंद्र पर छात्राओं के सेंटर हैं। यहां पर डीएनवाईके और राजनगर कॉलेज के 711 छात्राओं की परीक्षा होगी। डीइओ नसीम अहमद ने बताया कि सभी केंद्रों पर छात्रों की सुविधा के लिए हेल्प डेस्क बनाने का आदेश दिया गया है। जिसके आलोक में सीएस से सोमवार को रिपोर्ट भी ली गयी है।
छात्र के लिए 25 व छात्राओं के लिए 39 केंद्र—
इस वर्ष छात्र से अधिक छात्राएं परीक्षा में सम्मिलित हो रहे हैं। जबकि वर्ष 2019, 20 व 21 में छात्रों की संख्या अधिक थी। परीक्षा 14 फरवरी तक संचालित की जाएगी। इस वर्ष इंटरमीडिएट की परीक्षा में जहां 24 हजार 393 छात्र परीक्षा में सम्मिलित होंगे। वहीं 24 हजार 765 छात्राएं परीक्षा देंगी। छात्रों के लिए लिए 25 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं जो कि सभी सदर अनुमंडल में ही हैं। जबकि छात्राओं के लिए 39 परीक्षा केंद्र बनाया गया है जिसमें सदर अनुमंडल में 13, बेनीपट्टी व जयनगर में 6-6 व फुलपरास व झंझारपुर अनुमंडल में 7-7 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। सदर अनुमंडल में सभी 24 हजार 393 छात्र परीक्षा में शामिल होंगे जबकि 7848 छात्राएं परीक्षा देंगी। बेनीपट्टी में 4036, जयनगर में 3431, झंझारपुर में 4512 व फुलपरास में 4938 छात्राएं परीक्षा देंगी। इस तरह कुल 64 परीक्षा केंद्रों पर 49158 परीक्षार्थी परीक्षा देंगे। वर्ष 2021 में 25 हजार 263 छात्र व 25 हजार 238 छात्राएं परीक्षा दिया था। जबकि 2019 में छात्रों की संख्या 28, 166 तथा छात्राओं की संख्या 22,021 थी। वर्ष 2020 में 24196 छात्र परीक्षा में शामिल हुए थे जबकि 20854 छात्राओं ने परीक्षा दिया था।
कला संकाय में सबसे अधिक छात्र—
इस वर्ष विज्ञान संकाय में 8149, कला संकाय में 10981 व वाणिज्य संकाय में 5263 छात्र परीक्षा देंगे। जबकि विज्ञान संकाय में दो हजार 574, कला संकाय में 20 हजार 612 व वाणिज्य संकाय में 1579 छात्राएं परीक्षा में सम्मिलित होंगी। बालक व बालिका दोनों के कला संकाय में सर्वाधिक परीक्षार्थी हैं। वाणिज्य व विज्ञान में छात्र परीक्षार्थी अधिक हैं जबकि कला में छात्राएं। डीएम अमित कुमार व डीईओ नसीम अहमद ने सभी केंद्राधीक्षकों को परीक्षा की सफलता को लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश जारी कर दिया है। डीईओ नसीम अहमद ने बताया कि सभी पालियों में 15 मिनट का आरंभिक समय परीक्षार्थी को प्रश्नों को पढ़ने व समझने के लिए दिया गया है। पूर्व की तरह ही स्पॉस्टिक दृष्टिबाधित एवं वैसे दिव्यांग परीक्षार्थी जो स्वंय लिखने में असमर्थ है को समिति के द्वारा लेखक रखने की अनुमती दी जाएगी। ऐसे परीक्षार्थियों के लिए परीक्षा के लिए निर्धारित समय में 20 मिनट प्रति घंटा अतिरिक्त समय क्षतिपूर्ति के रूप में दिया जाएगा।
परीक्षा के लिए पहुंचे छात्र व छात्राएं—
परीक्षा के लिए छात्र और छात्राओं के लिए अलग-अलग केंद्र बनाया गया है। अनुमंडल स्तर पर छात्राओं के लिए केंद्र बनाया गया है। वहीं जिला मुख्यालय में छात्रों के केंद्र बनाये गये हैं। इसके लिए जिले भर से छात्रों को जत्था पहुचने का सिलसिला लगा रहा। ट्रेन व बसों से छात्र व अभिभावक यहां पहुंचे। यहां पहुंचे मनीष राय, सुभेष शर्मा, गोविन्द मिश्रा ने बताया कि परीक्षा केंद्र कहीं हो कोई समस्या नहीं है। लेकिन आने जाने व ठहरने में काफी समस्या है। ठीक से कमरे नही मिल पाता है। भोजन की भी समस्या है। शहर से सटे ग्रामीण क्षेत्र के स्कूलों में केंद्र बनाया गया है। जहां पर आने जाने की सुविधाओं का तो कल पता चलेगा। शहर में बनाये गये इस केंद्र के कारण नगर निगम से जुड़े एरिया में लगभग 50 हजार की आबादी बढ़ गयी है।