मधुबनी- 20 मई। जिलाधिकारी अरविन्द कुमार वर्मा की अध्यक्षता में समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में जिले में बाल विकास परियोजना की सभी योजनाओं की समीक्षा बैठक आहूत हुई। बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने सेविका और सहायिकाओं के बहाली की लंबित मामलों की समीक्षा की। तथा सभी पदों को जल्द से जल्द विभागीय दिशानिर्देशों के अनुरूप भरने के के निर्देश दिए। उन्होंने जिले में भवनहीन आंगनबाड़ी केन्द्रों के भवनों के जल्द निर्माण संपन्न कर प्रतिवेदीत करने के निर्देश दिए हैं। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों पर नल जल योजना से जल आपूर्ति की व्यवस्था की जाए। उन्होंने पोषण ट्रेकर पोर्टल पर सभी आंकड़ों को समय से अपलोड करने के निर्देश दिए। समीक्षा के दौरान उन्होंने स्पष्ट किया कि जिस आंगनबाड़ी केंद्र पर बच्चों की कम उपस्थिति पाई जाएगी, उसकी विशेष समीक्षा की जाएगी। साथ ही अनियमितता करने वालों को दंडित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जिले में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। ऐसे में घर पर प्रसव कराए जाने के मामले नहीं आने चाहिएं। इसके लिए आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और आशा कार्यकर्ताओं की तत्परता दिखानी होगी और सही मार्गदर्शन करना होगा। उन्होंने सभी प्रखंडों के बाल विकास परियोजना पदाधिकारियों से उनके द्वारा अपने अपने क्षेत्र में किए गए अनुश्रवण की जानकारी भी ली। उन्होंने स्पष्ट किया कि स्वास्थ्य विभाग और आंगनवाड़ी के समन्वय से गावों में स्वास्थ्य सुविधाओं में और बेहतर परिणाम हासिल किए जा सकते हैं। मौके अवसर पर जिला प्रोग्राम पदाधिकारी आईसीडीएस कविता कुमारी सहित जिले के सभी प्रखंडों के बाल विकास परियोजना पदाधिकारी मौजूद थे।