मधुबनी- 17 नवंबर। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के स्वच्छ भारत सपना को सरकार के ही अधिकारी के द्वारा अनदेखा किया जा रहा है। जहां एक तरफ 2014 में भारत के प्रधानमंत्री ने महात्मा गांधी की जयंती के अवसर पर एक राष्ट्रव्यापी स्वच्छता अभियान शुरू किया। जिसमे स्वच्छ भारत की अवधारणा प्रत्येक परिवार को शौचालय,ठोस और तरल अपशिष्ट निपटान प्रणाली,गांव की सफाई, सुरक्षित और पर्याप्त पेयजल आपूर्ति सहित स्वच्छता सुविधाएं प्रदान करना है। स्वच्छता के प्रति सभी अधिकारी सहित देश के प्रत्येक नागरिक को संकल्प दिलाया गया था।

दरअसल हरलाखी प्रखंड मुख्यालय उमगांव में बने सार्वजनिक शौचालयों में गंदगियों का अंबार लगा हुआ है। जिससे लोगों में महामारी फैलने की आशंका बढ़ गई है। इतना ही नही शौचालय का गेट भी टूटकर ध्वस्त हो गया। प्रखंड मुख्यालय होने के नाते अपनी कार्य को लेकर रोजाना सैकड़ों लोग यहां आते है। जिसमे अधिकतर महिलाएं आती है लेकिन उनको शौच के लिए इधर उधर भटकना पड़ता है। प्रखंड प्रशासन पूरी तरह से बेखबर बनी हुई है। लोगों का कहना है की स्वच्छता अभियान का पाठ पढ़ाने वाला प्रखंड प्रशासन स्वयं साफ-सफाई पर ध्यान नहीं दे रहें है। बीडीओ कृष्ण मुरारी ने कहा शौचालय का गेट टूटा हुआ था जानकारी नही थी। जानकारी मिली है। साफ सफाई कर गेट तुरंत लगाया जाएगा।
