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MADHUBANI:- रमेश्वरलता संस्कृत महाविद्यालय के सभागार में प्रचारगण कार्यशाला का आयोजन, मौके पर बोले मृत्युंजय झा, कहा- संस्कृत भाषा का संरक्षण व संवर्धन करने की आवश्यकता

मधुबनी- 24 दिसंबर। संस्कृत भारती बिहार प्रांत के तत्वावधान में एक दिवसीय प्रचारगण सदस्यों की कार्यशाला आयोजित की गई। रविवार को महारानी अधिरानी रमेश्वरलता संस्कृत महाविद्यालय के सभागार में आयोजित इस कार्यक्रम को संस्कृत भारती के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख शिरीष कुमार, संस्कृत भारती के न्यासी सदस्य मृत्युंजय झा,प्रांत मंत्री डॉ.रामेश कुमार झा एवं संगठन मंत्री श्रवण कुमार ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर अभ्यास वर्ग का उद्घाटन किया। बतौर मुख्यातिथि मृत्युंजय झा ने कहा कि संस्कृत से हमारी संस्कृति की रक्षा होती है। वर्तमान समय में संस्कृत का वैश्विस्तर पर गौरव नित्य प्रतिदिन बढ़ रहा है। हमें इस भाषा का संरक्षण व संवर्धन करने की आवश्यकता है, जिसका प्रमुख आयाम प्रचार प्रसार है। प्रान्त मंत्री डॉ.रमेश कुमार झा ने संस्कृत भारती के कार्यपद्धति एवं विभिन्न आयामों का विस्तार से चर्चा की। वहीं अभ्यास वर्ग को संबोधित करते हुए अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख शिरीष कुमार ने कार्यकर्ताओं को दायित्व बोध कराते हुए संस्कृत प्रचार प्रसार करते समय ध्यातव्य बिंदुओं पर विचार प्रकट किए। कार्यक्रम की शुरुआत डॉ.शशिकांत तिवारी के वैदिक मंगलाचरण से हुआ। आगत अतिथियों का स्वागत जिला मंत्री डॉ.त्रिलोक झा ने किया।कार्यक्रम का संचालन प्रान्त प्रचार प्रमुख डॉ. रामसेवक झा ने किया। समारोह में संगठन मंत्री श्रवण कुमार, जिला प्रशिक्षण प्रमुख डॉ.संजीत कुमार झा, डॉ.यदुवीर स्वरुप शास्त्री,गोपल कृष्ण मिश्र, गोविंद कुमार झा, बाल कृष्ण सिंह, डॉ.रामकुमार झा, दिव्यांशु, अंकित कुमार,सरोज कुमार यादव आदि मौजूद थे। शांति मंत्र से अभ्यास वर्ग की समाप्ति हुई।

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Author: lakshyatak

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