मधुबनी- 16 फरवरी। बेनीपट्टी थाने में 15 फरवरी को एक फाईनेन्स कंपनी के कर्मी द्वारा कलेक्षन को रूपया हजम करने के नियत से झूठी प्राथमिकी दर्ज करायी थी। जिसका खुलासा महज 18 घंटों में करते हुए पुलिस ने उक्त कर्मी सीतामढ़ी जिला के बेलसंड थाना क्षेत्र के भड़वारी गांव निवासी सरोज कुमार पिता राजकिशोर राय एवं उसका ममेरा भाई मुजफ्फरपुर जिला के औराई थाना क्षेत्र के कल्याणपुर निवासी सुरज कुमार पिता रामबाबु राय को तथाकथित लूटी गयी राशि, टैब एवं मोबाईल के साथ गिरफ्तार कर लिया। उक्त जानकारी पुलिस अधीक्षक कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में एसपी सूषील कुमार ने दी। एसपी ने बताया कि उक्त अभियुक्त आरबीएल कम्पनी में पैसा कलेक्शन का काम करता था। उसने बेनीपट्टी थानाध्यक्ष को आवेदन दिया कि दिनांक 14.02.24 को समय करीब पौने पाँच बजे शाम में बेनीपट्टी थानान्तर्गत ग्राम रजवन-मेघवन मुख्य पथ के सुनसान जगह पर इनके बैग में रखा दो लाख सात सौ रूपया नगद, सेमसंग कम्पनी का टैब मोबाईल, लाल रंग के अपाची बाईक पर सवार दो अपराधकर्मी द्वारा छीन लिया गया। जिसके आधार पर बेनीपट्टी थाना कांड सं0-31/24 दिनांक-15 फरवरी 2024 को अज्ञात अभियुक्तों के विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज किया गया। उपरोक्त लूट की घटना का उद्भेदन,संलिप्त अपराध कर्मियों की गिरफ्तारी एवं लूटे गए सामानों की बरामदगी के लिए अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी नेहा कुमारी के नेतृत्व में विशेष टीम का गठन किया गया। जहां गठित पुलिस टीम कोघटनाकारित किए जाने के संबंध में वादी द्वारा अलग-अलग बयान दिए जाने से पुलिस पदाधिकारी को लूट की वारदात की सत्यता के संबंध में शंका हुई। तत्पश्चात् तकनीकी शाखा व अन्य मानवीय सहयोग के आधार पर विशेष टीम के द्वारा साक्ष्य संकलन किया गया। जिससे पता चला कि वादी द्वारा ही कलेक्शन का रूपया हजम करने की नियत से झूठी कहानी बनाई गई। पुलिस द्वारा कड़ाई से पूछताछ करने पर वादी ने अपना अपराध स्वीकार करते हुए बताया कि कलेक्शन का सारा पैसा हजम करने के नियत से वह अपने ममेरा भाई सुरज कुमार को अपने पास बुलाकर कलेक्शन का सारा पैसा दे दिया। तथा थाना में जाकर थानाध्यक्ष को झूठा आवेदन देकर केस दर्ज करवा दिया।
विशेष टीम में शामिल सदस्य— बेनीपट्टी अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी नेहा कुमारी, बेनीपट्टी थानाध्यक्ष गौतम कुमार,पुलिस निरीक्षक अजीत प्रसाद सिंह,पुलिस अवर निरीक्षक अभिषेक कुमार,संतोष कुमार,प्रभारी तकनीकी कोषांग,सिपाही 891 सुरेश कुमार, सिपाही 342 मनोहर कुमार तकनीकी कोषांग शामिल थे।
