मधुबनी- 31 जुलाई। जिला पदाधिकारी अरविन्द कुमार वर्मा की अध्यक्षता में समाहरणालय स्थित विडियो कांफ्रेंसिंग कक्ष से जिले के सभी अनुमंडल पदाधिकारी,सभी अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, सभी भूमि सुधार उप समाहर्ता एवं सभी थानाध्यक्षों के साथ जिले में शराबबंदी को सख्ती के साथ प्रभावकारी तरीके लागू करने को लेकर समीक्षा की गई। समीक्षा ले क्रम में शराब के धंधे से जुड़े वाहनों का अधिहरण एवं उसकी नीलामी, शराब पीने वाले की निशानदेही पर होने वाली गिरफ्तारी, शराब के जब्ती की स्थिति,जब्त शराब का विनिष्टिकरण आदि की जिलाधिकारी द्वारा विस्तृत समीक्षा की गई। जिलाधिकारी ने स्पष्ट शब्दों में चेतवानी देते हुए कहा कि जिले में शराब के धंधेबाजों की धड़पकड़ में तेजी लाए। उन्होंने कहा कि लगातार औचक छापेमारी एवम सघन वाहन जांच चलाते रहे। उन्होंने कहा कि यदि शराब का सेवन करने वाला व्यक्ति पकड़ा जाता है तो उसे शराब प्राप्त होने के श्रोत की जरूर पड़ताल कीजिए। यदि शराबी की निशानदेही पर सप्लायर की गिरफ्तारी होती है तो आर्थिक दंड देकर उसे मुक्त कर दिया जाए। यदि वह सप्लायर की जानकारी नहीं देता है तो उसके विरुद्ध नियमानुसार करवाई करे। उन्होंने जांच के दौरान ब्रेथ एनलाइजर के उपयोग पर बल देते हुए कहा कि आवश्यकता पड़ने पर पुलिस का स्निफर डॉग एवम ड्रोन कैमरे का भी अधिक से अधिक इस्तेमाल करे। उन्होंने कहा कि जप्त शराब का निर्धारित अवधि में हर हाल में विनिष्टिकरण करना सुनिश्चित करे। डीएम ने सूचनातंत्र को अधिक से अधिक मजबूत करने का निर्देश देते हुए कहा कि प्राप्त सूचना पर त्वरित एवम सटीक करवाई करे। उन्होंने शराब से होने वाले नुकसान एवम उसके कुप्रभावों को लेकर लगातार जागरूकता कार्यक्रम चलाते रहने का भी निर्देश दिया।
बैठक में पुलिस अधीक्षक, सुशील कुमार, वरीय उप समाहर्ता, विकास कुमार, उत्पाद अधीक्षक, गणेश कुमार सहित अन्य संबंधित अधिकारी विडियो कांफ्रेंसिंग कक्ष से तथा जिले के सभी अनुमंडल पदाधिकारी, सभी अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, सभी भूमि सुधार उप समाहर्ता व सभी थानाध्यक्ष ऑनलाइन मोड में शामिल हुए।