मधुबनी- 19 मार्च। घोघरडीहा प्रखंड क्षेत्र के पंद्रह अप्रशिक्षित शिक्षकों के नौकरी पर तलवार लटक रही है। पटना उच्च न्यायालय के न्यायादेश के आलोक में सभी अप्रशिक्षित शिक्षकों का नियोजन रद्द किया जा सकता है। इसको लेकर तत्कालीन जिला शिक्षा पदाधिकारी दिनेश कुमार चौधरी प्रखंड नियोजन इकाई के सचिव सह बीडीओ एवं पंचायत सचिव सह सदस्य सचिव ग्राम पंचायत राज परसा दक्षिण को पत्र लिखा है। जिसमें बताया गया है कि सीडब्ल्यूजेसी 16214/19 अताउर रहमान एवं अन्य बनाम राज्य सरकार में पारित आदेश व प्राथमिक शिक्षा निदेशक से प्राप्त निर्देश के आलोक में ऐसे शिक्षक जो 19 अक्टूबर 2022 तक प्रशिक्षण प्राप्त करने में असफल रहे है उन्हें नियोजन इकाई द्वारा नियमानुसार विधिवत प्रक्रिया का पालन करते हुए उनकी सेवा समाप्त की जाएगी। इसी निर्देश के आलोक में उन्होंने संबंधित नियोजन इकाई को पत्र लिखा है।पत्र में कहा गया है कि कार्रवाई की जद में आए सभी शिक्षकों का सेवा समाप्त नहीं होने के कारण विद्यालय में कार्यरत रहने की स्थिति में यदि इनके द्वारा कार्यरत अवधि का वेतन की मांग की जाती है तो इसके लिए संबंधित नियुक्ति प्राधिकार पूर्णतः जिम्मेवार माने जाएंगे एवं संबंधित शिक्षक का वेतन नियुक्ति प्राधिकार द्वारा देय होगा। इधर एक साथ पंद्रह शिक्षकों के नियोजन रद होने की खबर से अप्रशिक्षित शिक्षकों में हड़कंप मच गया है।प्रशिक्षण प्राप्त करने में असफल रहने के कारण कार्रवाई की जद में आए शिक्षकों में उत्क्रमित मध्य विद्यालय शत्रुपट्टी उर्दू के मो अबू तलहा, उत्क्रमित मध्य विद्यालय केवटना के मीना भारती व आशा देवी, मध्य विद्यालय ब्रह्मपुर के साजदा खातून, उत्क्रमित मध्य विद्यालय चेथरु टोल के निर्भय कुमार राम, उत्क्रमित मध्य विद्यालय एकहारा की आशा देवी, मध्य विद्यालय रतौली की अमीहन निशा व चंद्रकला देवी,मध्य विद्यालय पिरोजगढ़ के शशिभूषण सिंह, प्राथमिक विद्यालय छजना की शारदा कुमारी,प्राथमिक विद्यालय श्रीपुर कुम्हर टोली के इसशाद अहमद,प्राथमिक विद्यालय देवनाथपट्टी के मो कसौर,प्राथमिक विद्यालय धनखोर की तजिला खातून, प्राथमिक विद्यालय मैनही के विजय कुमार विमल एवं नया प्राथमिक विद्यालय पुरनदेही के शिक्षक मनोहर यादव शामिल है।