नई दिल्ली/वांशिगटन- 11 अक्टूबर। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने भारत के आर्थिक वृद्धि दर के अनुमान को घटाकर 6.8 फीसदी कर दिया है। आईएमएफ ने आर्थिक वृद्धि दर के अनुमान में कटौती के बावजूद कहा कि भारत सबसे तेजी से आगे बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था बना रहेगा।
आईएमएफ ने मंगलवार को जारी ताजा विश्व आर्थिक आउटलुक में भारत के विकास दर के अनुमान को घटा दिया। आईएमएफ ने वित्त वर्ष 2022-23 के लिए भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि दर पूर्वानुमान 7.4 से घटाकर 6.8 फीसदी कर दिया। आईएमएफ ने लगातार दूसरी बार आर्थिक वृद्धि दर के अनुमान में कटौती की है। हालांकि, आईएमएफ का मानना है कि वित्त वर्ष 2023-24 में भारतीय अर्थव्यवस्था 6.1 फीसदी की दर से बढ़ेगी।
आईएमएफ ने जारी बयान में कहा कि वैश्विक कारणों और सख्त मॉनिटरी पॉलिसी की वजह से भारत की आर्थिक विकास दर कम रह सकती है। इससे पहले आईएमएफ ने जुलाई में आर्थिक वृद्धि दर के अनुमान को 8.2 फीसदी से घटाकर 7.4 फीसदी कर दिया था। इस तरह आईएमएफ ने चालू वित्त वर्ष के लिए जारी अपने अनुमान में 1.4 फीसदी की कटौती की है।
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद (ईएसी-पीएम) के सदस्य संजीव सान्याल ने दो दिन पहले वित्त वर्ष 2022-23 में भारतीय अर्थव्यवस्था सात फीसदी दर से की वृद्ध दर करने का अनुमान जताया था। वहीं, रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई ने भी चालू वित्त वर्ष के लिए जीडीपी 7.2 फीसदी की दर से बढ़ने का अनुमान जताया है जबकि वित्त वर्ष 2023-24 में भारतीय अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर 6.1 फीसदी रहने का अनुमान जताया है।
