मधुबनी- 21 फरवरी। अरेर थाना के ढंगा में हो रहे विवाद को सुलझाने गयी अरेर पुलिस को उग्र असामाजिक तत्वों ने बंधक बनाकर मारपीट की और थानेदार का मोबाइल छीनकर जमकर हंगामा किया। करीब एक घंटे तक असामाजिक तत्वों ने पुलिस को बंधक बनाया। घटना की सूचना जब डीएसपी को मिली, तब आसपास के कई थानों की पुलिस मौके पर पहुँच पुलिस को बंधक से छुड़ा कर जख्मी थानेदार नेहा निधि सहित अन्य पुलिस कर्मी रहिका पीएचसी में इलाज के लिए भर्ती हुई। फिलहाल, पुलिस ने मामले में संलिप्त तीन महिलाओं को गिरफ्तार कर लिया गया है। मिली जानकारी के अनुसार ढंगा के साक्षी कुमारी, दीपाली और विनती ठाकुर एक ही ऑटो से मैट्रिक की परीक्षा देने के लिए कलुआही होते हुए मधुबनी के वाटसन हाई स्कूल स्थित सेंटर आती-जाती थी। बीते दो दिन पूर्व किसी बात को लेकर विनती ठाकुर और साक्षी के बीच विवाद हो गया। जो विवाद पुनः मंगलवार को भी हुई। जिसके बाद विनती ठाकुर के भाई बाइक से साक्षी और उसकी सहेली दीपाली से बदसलूकी की। मंगलवार की देर शाम विनती ठाकुर के परिजन दर्जनों लोगों के साथ साक्षी के घर पहुँच कर मारपीट और गाली गलौज करने लगे। जिसकी सूचना साक्षी की बहन रोजी ने अरेर एसएचओ को दी। लोहा चोक पर संध्या गश्ती पर निकले एसएचओ नेहा निधि दो पुलिस बल के साथ मौके पर पहुँच उग्र हुए लोगों को शांत कराकर एक व्यक्ति को पुलिस गाड़ी में बैठने के लिए कहा। इसी दौरान लोग उग्र हो गए और थाना की वाहन पर पथराव कर एसएचओ समेत चार पुलिसकर्मियों को बंधक बनाया गया। एसएचओ को एक कमरे में बंदकर बंधक बना लिया। इस दौरान एसएचओ ने सूझ-बूझ का परिचय देते हुए सरकारी मोबाइल से डीएसपी बेनीपट्टी को सूचना दिया गया। सूचना पर कलुआही, रहिका और औंसी ओपी की पुलिस पहुँच कर पुलिस को बाहर निकाला। उधर, इस मामले में एसएचओ नेहा निधि के बयान पर ढंगा के गुलाब ठाकुर, जयप्रकाश ठाकुर, लालबाबू ठाकुर, शैलेन्द्र ठाकुर, बिकाऊ ठाकुर, निर्मला देवी, भगवान जी यादव, रविन साव, सुजीत ठाकुर, राहुल कामत, मनिता कामत सहित 25 अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। अरेर एसएचओ नेहा निधि ने बताया कि तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। कांड के अन्य लोगों को भी बख्शा नहीं जाएगा।