मधुबनी- 23 जनवरी। रहिका थाना क्षेत्र के मलंगिया गांव में जमीन एवं मंदिर को लेकर एक ही समुदाय के बीच करीब एक वर्षो से चल रहा विवाद अब मूर्ति चोरी तक पहुंच गया है। मंगलवार को सतघरा गांव स्थित दुर्गा स्थान परिसर में अयोजित प्रेस वार्ता को सम्बोधित करते हुए दुर्गा मंदिर सतघरा के संस्थापक धनेश्वर महतो ने कहा कि मलंगिया गांव में बुनियाद स्वामी का सदियों से स्थान है। उसकी एक जरूरी बैठक मेरी ही अध्यक्ष्ता में हुई थी। जिस बैठक में उक्त विवाद को सुलझाने का काम किया गया था। तथा वहां बुनियाद स्वामी मंदिर निर्माण का फैसला हुआ था। श्री महतो ने कहा कि उस समय वहां किसी भी तरह की मूर्ति नही थी। क्योंकि बुनियाद स्वामी की मंदिर में कोई मूर्ति होती ही नहीं है। परंतू समाज कुछ असमाजिक तत्वों व नेताओं के द्वारा अपने ही समाज में उम्माद फैलाने की साजिश करते हुए षड्यंत्र रचने का काम किया गया है। तथा उसी की आड़ में उक्त भूमि पर राजनीतिक की रोटी सेकने जा रही है, जो नहीं होना चाहिए था। वहीं प्रेस वार्ता में बबलू महतो ने कहा कि मेरे दादाजी ने दो कट्ठा जमीन बुनियाद स्वामी को दान में दिए थे। उक्त भूमि पर राम जानकी मंदिर निर्माण करने के लिए नही दिया गया था। हम लोगों के द्वारा बुनियाद स्वामी का मंदिर बनाया जा रहा था। तथा निर्माण हो रहे बुनियाद स्वामी मंदिर को कुछ असमाजिक तत्वों के द्वारा बलपूर्वक राम जानकी मंदिर में परिर्वतन करने की साजिश की जा रही है। राम भरोस महतो ने बताया कि कुछ महात्वाकांक्षी लोग मुझे पर झुठा आरोप लगाकर फंसाने की भी साजिश कर रहे हैं। तथा वहां किसी भी तरह की मूर्ति नही थी। परंतू असमाजिक तत्वों द्वारा मूर्ति चोरी का आरोप लगाया जा रहा है, ताकि मूर्ति चोरी की अफवाह फैलाकर बड़ी घटना को अंजाम दिया जा सके। उन्होने बताया कि बुनियाद स्वामी मठ के लोग कभी मूर्ति की पूजा नही करते है, तो फिर वहां मूर्ति कैसे रखी जा सकते है?
वहीं दूसरे पक्ष मलंगिया निवासी राम नारायण महतो ने बताया कि राम जानकी अर्धनिर्मित मंदिर से भगवान राम सीता की मूर्ति चोरी हो गयी है। उन्होने आरोप लगाते हुए कहा कि इस संबंध में गांव के स्थानीय रामभरोस महतो व अन्य के खिलाफ रहिका थाना में आवेदन देने की बात कही है।
