पटना- 16 नवंबर। प्रदेश के नव नियुक्त 166 शिक्षकों के सामने आफत आ गयी है। उनके शिक्षकों के नियुक्ति पत्र जारी नही करने का आदेश शिक्षा विभाग ने जारी कर दिया है। तथा मुख्यालय ने प्रदेश के सभी जिलों को उन शिक्षकों की सूची भेज दी है। उक्त मामला माध्यमिक एवं उच्चत्तर माध्यमिक बीपीएससी अध्यापक संघ गठन करने से जूड़ा है। इस मामले में सबसे पहले मधुबनी की शिक्षिका बबीता चौरसिया के औपबंधिक नियुक्ति पत्र को रद्द कर दिया गया। उसके बाद विभाग ने उक्त संगठन से जुड़े अन्य शिक्षकों पर भी कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू कर दी है। जारी प्रेस बयान में उल्लेखित नाम एवं उससे मिलते जुलते वाले सभी 166 शिक्षकों के फाइनल नियुक्ति पत्र जारी करने पर शिक्षा विभाग ने रोक लगा दी है। उनमें मधुबनी जिले में भी नियुक्त किए गए तीन शिक्षक शामिल है। इन सभी को पदस्थाना पत्र नहीं दिया जायेगा। शिक्षा विभाग से जारी आदेश में सभी जिलों को सूची उपलब्ध कराते हुए उल्लेखित नाम वाले शिक्षकों की नियुक्ति पत्र यदि प्रिंट हो गया है, तो उसके वितरण पर रोक लगा दी जाये। यदि नियुक्ति पत्र प्रिंट नहीं हुआ है, तो उसके प्रिंट निकालने से मना कर दिया गया है। विभाग इन सभी शिक्षकों की जांच कराए जाने के बाद ही उक्त षिक्षकों को नियुक्ति पत्र जारी करने पर फैसला लेगी। गौरतलब है कि उक्त संगठन के द्वारा जारी प्रेस बयान पर जूली पांडेय,आनंद राज, राजेश तिवारी,विमल प्रकाश व दीपक कुमार मिश्रा का भी हस्ताक्षर है। वहीं इस पत्र में रामबालक यादव, जयप्रकाश सिंह, देवेन्द पासवान, प्रकाश चंद्र, श्रवण कुमार दास,आरके सल्हैता, राजीव कुमार, प्रशांत चंद्र,शाहीन प्रवीण, जया कुमारी,आलोक सिंह,दिनेश कुमार, राम कुमार, मो. शहनवाज का भी उल्लेख किया गया है। हालांकि देवेन्द्र पासवान,राजेश तिवारी,जूली पांडेय एवं आरके सल्हेता नामक शिक्षक की जानकारी नहीं मिली है। इस नाम से या इनके मिलते जुलते नाम के शिक्षक इस परीक्षा में शामिल नहीं हुए थे। जारी बयान में किए गए नाम के कई अभ्यर्थियों की नियुक्ति इस परीक्षा से हुई है। जैसे दीपक कुमार मिश्रा के नाम बयान में उल्लेखित है। राज्य में दीपक नाम के 8 शिक्षक हैं। जिसमें से दो मधुबनी जिले के हैं। सबसे अधिक दिनेश कुमार के नाम व इससे मिलते जुलते नाम के शिक्षक बने हैं। इनकी तादाद 69 है। उक्त सभी नव नियुक्त शिक्षकों की जांच की जा रही है। शाहीन प्रवीण नाम की भी कई शिक्षिकाएं हैं। इसमें से मधुबनी जिल में भी 2 शिक्षिकाएं बनी है। इस तरह शिक्षा विभाग ने सभी की सूची बनाकर प्रदेश के जिलों को उपलब्ध करा दिया है। तथा जांच पूरी होने तक सभी के स्कुल पदस्थापना पत्र जारी करने पर रोक लगा दिया है।
