BIHAR:- पूर्वी चंपारण में NIA की छापेमारी, PFI के राज्य सचिव रियाज मारूफ गिरफ्तार

पटना/पूर्वी चंपारण-09 सितम्बर। बिहार के पूर्वी चंपारण पुलिस ने राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) द्वारा पीएफआई के आतंकी मॉड्यूल मामले में चिन्हित अभियुक्त को गिरफ्तार किया है। मोतिहारी पुलिस की टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी कर पीएफआई के राज्य सचिव रेयाज मारूफ को चकिया थाना क्षेत्र के सुभाष चौक से गिरफ्तार किया है।

रियाज की गिरफ्तारी मोतिहारी पुलिस की बड़ी कामयाबी मानी जा रही है,क्योंकि बिहार एटीएस और एनआईए इसे लंबे समय से तलाश रही थी।चकिया नगर परिषद के वार्ड-13 के कुअंवा गांव निवासी रियाज मारूफ शनिवार की सुबह मछली खरीदने चकिया बाजार पहुंचा था।इसी दौरान गुप्त सूचना मिलने के बाद चकिया पुलिस ने चकिया के सुभाष चौक के समीप गिरफ्तार किया है। पुलिस गिरफ्तारी के बाद उसे गुप्त स्थान पर रख कर पूछताछ कर रही है।

मोतिहारी पुलिस ने इसकी गिरफ्तारी की सूचना एनआईए और एटीएस को दे दी है।जिनके सत्यापन के बाद अग्रेतर कारवाई की जायेगी।

मोतिहारी एसपी कांतेश कुमार मिश्र ने बताया कि रियाज मारूफ की गिरफ्तारी की सूचना बिहार एटीएस और एनआईए को दी गयी है।रियाज की तलाश काफी लंबे समय से की जा रही थी,लेकिन अक्सर वह चकमा देकर निकल जा रहा था।वही फरारी के दौरान भी लगातार युवाओ को प्रतिबंधित पीएफआई से जोड़ने का काम कर रहा था।

पटना के फुलवारी शरीफ में पीएफआई के टेरर मॉड्यूल का पिछले साल खुलासा हुआ था। इस मामले को लेकर पटना के फुलवारी शरीफ थाने में केस दर्ज हुआ था, जिसमें पुलिस ने 26 लोगों को आरोपी बनाया था। बाद में यह केस एनआईए को ट्रांसफर कर दिया गया था। इसके बाद बिहार के विभिन्न जिलों समेत पूरे देश में एनआईए ने पीएफआई से जुड़े लोगों पर दबिश दी थी। जिसके बाद केंद्र सरकार ने पीएफआई को पूरे देश में बैन कर दिया था।

एनआईए को इस बात की जानकारी मिली थी कि पीएफआई को बैन किए जाने के बावजूद उसके कुछ सदस्य चोरी छिपे इसे एक्टिव करने की तैयारी कर रहे है। जिसके बाद से एनआईए लगातार पीएफआई से जुड़े लोगों की तलाश कर रही है। एनआईए की टीम बिहार के अलग अलग जिलों में लगातार दबिश दे रही है। पिछले दिनों एनआईए मोतिहारी और कटिहार से पीएफआई से जुड़े कई लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है।

एनआईए की टीम ने पिछले दिनों मोतिहारी पुलिस की मदद से पूर्वी चंपारण के चकिया में छापेमारी कर पीएफआई से जुड़े दो लोगों को गिरफ्तार किया था। गिरफ्तार लोगों के पास से उनकी बंदूकें भी एनआईए ने जब्त किया था। इससे पहले पकड़े गए मेहसी निवासी मो. याकूब की निशानदेही पर एनआईए की टीम ने चकिया अफसर कॉलोनी में छापेमारी कर मो. शाहिद और मो. कैश को गिरफ्तार किया था। दोनों कपड़ा और बालू-गिट्टी के कारोबार की आड़ में पीएफआई की गतिविधियों को अंजाम दे रहे थे।

इससे पहले पीएफआई मामले में एनआईए ने मधुबनी में दबिश दी थी। 10 सदस्यों की टीम मधुबनी के बेनीपट्टी स्थित मकिया गांव पहुंची थी, जहां एनआईए की टीम ने मकतब विद्यालय के शिक्षक और उसकी दो बेटियों को पकड़ा था और पीएफआई से कनेक्शन सामने आने के बाद शिक्षक और उसकी दो बेटियों से एनआईए की टीम ने बेनीपट्टी थाने में पूछताछ की थी। शिक्षक मो. उज्जैर का बेटा अफगानिस्तान जाने की फिराक में था, जिसे दिल्ली एयरपोर्ट से पकड़ा गया है। मो. उज्जैर का बेटा इंटरनेट के माध्यम से परिवार के लोगों से बात कर रहा था।

बिहार के पू.चंपारण से प्रतिबंधित पीएफआई के राज्य सचिव रियाज मारूफ गिरफ्तार

पटना/पूर्वी चंपारण,09सितम्बर(हि.स.)।बिहार की पूर्वी चंपारण पुलिस ने राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) द्वारा पीएफआई के आतंकी मॉड्यूल मामले में चिन्हित अभियुक्त को गिरफ्तार किया है। मोतिहारी पुलिस की टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी कर पीएफआई के राज्य सचिव रेयाज मारूफ को चकिया थाना क्षेत्र के सुभाष चौक से गिरफ्तार किया है।

रियाज की गिरफ्तारी मोतिहारी पुलिस की बड़ी कामयाबी मानी जा रही है,क्योंकि बिहार एटीएस और एनआईए इसे लंबे समय से तलाश रही थी।चकिया नगर परिषद के वार्ड-13 के कुअंवा गांव निवासी रियाज मारूफ शनिवार की सुबह मछली खरीदने चकिया बाजार पहुंचा था।इसी दौरान गुप्त सूचना मिलने के बाद चकिया पुलिस ने चकिया के सुभाष चौक के समीप गिरफ्तार किया है। पुलिस गिरफ्तारी के बाद उसे गुप्त स्थान पर रख कर पूछताछ कर रही है।

मोतिहारी पुलिस ने इसकी गिरफ्तारी की सूचना एनआईए और एटीएस को दे दी है।जिनके सत्यापन के बाद अग्रेतर कारवाई की जायेगी।

मोतिहारी एसपी कांतेश कुमार मिश्र ने बताया कि रियाज मारूफ की गिरफ्तारी की सूचना बिहार एटीएस और एनआईए को दी गयी है।रियाज की तलाश काफी लंबे समय से की जा रही थी,लेकिन अक्सर वह चकमा देकर निकल जा रहा था।वही फरारी के दौरान भी लगातार युवाओ को प्रतिबंधित पीएफआई से जोड़ने का काम कर रहा था।

पटना के फुलवारी शरीफ में पीएफआई के टेरर मॉड्यूल का पिछले साल खुलासा हुआ था। इस मामले को लेकर पटना के फुलवारी शरीफ थाने में केस दर्ज हुआ था, जिसमें पुलिस ने 26 लोगों को आरोपी बनाया था। बाद में यह केस एनआईए को ट्रांसफर कर दिया गया था। इसके बाद बिहार के विभिन्न जिलों समेत पूरे देश में एनआईए ने पीएफआई से जुड़े लोगों पर दबिश दी थी। जिसके बाद केंद्र सरकार ने पीएफआई को पूरे देश में बैन कर दिया था।

एनआईए को इस बात की जानकारी मिली थी कि पीएफआई को बैन किए जाने के बावजूद उसके कुछ सदस्य चोरी छिपे इसे एक्टिव करने की तैयारी कर रहे है। जिसके बाद से एनआईए लगातार पीएफआई से जुड़े लोगों की तलाश कर रही है। एनआईए की टीम बिहार के अलग अलग जिलों में लगातार दबिश दे रही है। पिछले दिनों एनआईए मोतिहारी और कटिहार से पीएफआई से जुड़े कई लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है।

एनआईए की टीम ने पिछले दिनों मोतिहारी पुलिस की मदद से पूर्वी चंपारण के चकिया में छापेमारी कर पीएफआई से जुड़े दो लोगों को गिरफ्तार किया था। गिरफ्तार लोगों के पास से उनकी बंदूकें भी एनआईए ने जब्त किया था। इससे पहले पकड़े गए मेहसी निवासी मो. याकूब की निशानदेही पर एनआईए की टीम ने चकिया अफसर कॉलोनी में छापेमारी कर मो. शाहिद और मो. कैश को गिरफ्तार किया था। दोनों कपड़ा और बालू-गिट्टी के कारोबार की आड़ में पीएफआई की गतिविधियों को अंजाम दे रहे थे।

इससे पहले पीएफआई मामले में एनआईए ने मधुबनी में दबिश दी थी। 10 सदस्यों की टीम मधुबनी के बेनीपट्टी स्थित मकिया गांव पहुंची थी, जहां एनआईए की टीम ने मकतब विद्यालय के शिक्षक और उसकी दो बेटियों को पकड़ा था और पीएफआई से कनेक्शन सामने आने के बाद शिक्षक और उसकी दो बेटियों से एनआईए की टीम ने बेनीपट्टी थाने में पूछताछ की थी। शिक्षक मो. उज्जैर का बेटा अफगानिस्तान जाने की फिराक में था, जिसे दिल्ली एयरपोर्ट से पकड़ा गया है। मो. उज्जैर का बेटा इंटरनेट के माध्यम से परिवार के लोगों से बात कर रहा था।

lakshyatak
Author: lakshyatak

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!