नवादा- 09 जनवरी। नवादा जिले के हिसुआ थाना के कहरिया गांव में छोटे भाई सुनील चौधरी ने अपराधियों को बुलाकर अपने बड़े भाई राजेंद्र चौधरी पर जानलेवा हमला किया। जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए थे ।घायल होने के बाद पावापुरी मेडिकल कालेज में दाखिल कराया गया था । रविवार को चिकित्सकों ने उनका नाम काट कर घर भेज दिया था । जहां हमलावर भाई गाली गलौज कर दोबारा पिटाई की धमकी दे रहा था । पुलिस द्वारा कार्रवाई नहीं किए जाने के सदमे में जहां आज सोमवार को उनकी मौत हो गई। पुलिस ने हमलावरों के विरुद्ध किसी प्रकार की कार्यवाही नहीं की थी।तनाव के कारण घायल राजेंद्र की मौत हुई है ।
मृतक का बेटा उपेंद्र चौधरी ने बताया कि उनके छोटे चाचा सुनील चौधरी ने 19 दिसंबर को बाहर से बुलाकर पांच अपराधियों के सहयोग से लाठी डंडे से जानलेवा हमला किया था ।जिसमें उसके पिता का सिर फट गया था। गंभीर रूप से घायल होने के बावजूद भी पुलिस ने हत्या के प्रयास की धारा नहीं लगाई थी ।जिस कारण हमलावर खुलेआम घूम रहा था। उनके पिता को गंभीर हालत में पावापुरी मेडिकल कॉलेज में दाखिल कराया गया था। जब उन्होंने सुना कि हमलावरों ने पुलिस की मिलीभगत से जमानत करा ली है। हमलावरों ने फिर से जान मारने की धमकी दी थी। इस सदमे में उनकी मौत हो गई ।
पुलिस की शिथिलता से नाराज ग्रामीणों ने सोमवार को लाश के साथ हसुआ का मुख्य चौराहा जाम कर दिया। एसपी से थाना प्रभारी के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की मांग की जा रही है ।ग्रामीणों का आरोप है हिसुआ का थानेदार दलालों के गिरफ्त में रहकर प्रतिदिन लाखों की कमाई करता है ।सही तरीके से प्राथमिकी भी दर्ज नहीं किए जाते हैं। रुपए लेकर यथोचित धाराएं भी नहीं लगाई जाती ।अगर सही प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई होती, तो शायद आज एक निर्दोष की जान नहीं जाती। मृतक टायर का पंचर बनाकर अपने परिजनों का पालन पोषण करता था। आज उस घर का सब कुछ खत्म हो गया है ।एसपी से भ्रष्ट थाना प्रभारी के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की मांग को लेकर नारेबाजी भी की गई।