पटना- 21 फरवरी। बिहार विधानसभा में शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के.के पाठक को हटाने की मांग को लेकर विपक्ष ने बुधवार भारी हंगामा किया। हंगामें के बीच सदन की पहली पाली की कार्यवाही चलती रही। बाद में स्पीकर ने दोपहर दो बजे तक के लिए सदन की कार्यवाही को स्थगित कर दिया। विधानसभा के बाद विधान परिषद में के.के पाठक को लेकर सत्ताधारी दल और विपक्ष एक साथ आ गए और के.के पाठक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
विधान परिषद में भी के.के पाठक को लेकर आज खूब हंगामा हुआ। विपक्ष के नेता केके पाठक के ऊपर मनमानी करने का आरोप लगाकर हंगामा करते रहे। विधान परिषद में प्रश्न काल के माध्यम से केके पाठक द्वारा शिक्षकों को अपशब्द कहने का मामला, जो वीडियो के माध्यम से वायरल हुआ है उसे उठाया गया। जिसपर शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि किसी को गाली देने का अधिकार नहीं है।
सदन में मौजूद भाजपा एमएलसी शाहनवाज हुसैन केके पाठक के मनमानी और अमर्यादित व्यवहार को लेकर मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि एक व्यक्ति पूरे बिहार को कुछ समझ नहीं रहा है। केके पाठक अधिकारी से गाली गलौज करते हैं और वीडियो वायरल हो रही है। सदन केके पाठक पर कार्रवाई निर्देशित करें। सदन केके पाठक पर टाइम बांड में बांधकर कार्रवाई करें। केके पाठक पर कार्रवाई की मांग को लेकर पक्ष और विपक्ष ने एक स्वर से विरोध किया।
पक्ष और विपक्ष की मांग के पर बिहार विधान परिषद के सभापति देवेश चंद्र ठाकुर ने केके पाठक के अभद्र व्यवहार और बातचीत के मामले को संज्ञान में लेते हुए वीडियो को देखने की बात कही। जिसपर शिक्षा मंत्री विजय चौधरी ने सदन में वीडियो टेलीकास्ट नहीं करने की बात रखी और सभापति के चेंबर में वीडियो देखने की मांग की। विधान परिषद के जो भी सदस्य वीडियो विधान परिषद सभापति के साथ देखना चाहते हैं, उनके कक्ष में देखेंगे। सभापति ने कहा है कि के.के पाठक के वीडियो में अगर अपशब्द या कोई गलती या अमर्यादित बात हुई, तो कार्रवाई होगी।
