मधुबनी- 22 दिसंबर। शुक्रवार को समाहरणालय स्थित अंबेडकर प्रतिमा के समक्ष इंडिया गठबंधन के कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस जिलाध्यक्ष मनोज कुमार मिश्र,जदयू जिलाध्यक्ष सत्येंद्र कामत,सीपीआई जिला सचिव मिथिलेश झा,राजद जिलाध्यक्ष वीर बहादुर राय,सीपीएम जिला सचिव मनोज कुमार यादव,माले जिला सचिव ध्रूव नारायण कर्ण के संयुक्त नेतृत्व में बड़ी संख्या में सांसदों के निलंबन के खिलाफ धरना दिया गया। इंडिया गठबंधन के नेताओं ने कहा कि संसद की सुरक्षा में हुई चूक के सवाल पर गृहमंत्री से जवाब मांगने पर मोदी सरकार लगातार सांसदों का निलंबन कर रही है, जो संविधान और लोकतंत्र पर कुठाराघात है।
भाजपा सरकार विपक्ष विहीन संसद बनाने की साजिश कर रहा है। पूर्व मंत्री कृपानाथ पाठक ने कहा कि लोकतंत्र खतरे में है। सरकार आती है और जाती है। परंतू सरकार संविधान के आधार पर काम करती है। लेकिन मोदी सरकार संवैधानिक संस्था का दुरुपयोग कर विपक्ष के सांसदों पर दमनात्मक कार्रवाई कर रही है, जो लोकतंत्र के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है। जदयू जिलाध्यक्ष सत्येंद्र कामत ने कहा कि बेरोजगारी पर सांसद सवाल करते हैं, उन्हें निलंबित कर दिया जाता है। राजद जिलाध्यक्ष वीर बहादुर राय ने कहा कि मोदी सरकार संसद में विपक्षी सांसदों को निकालकर विपक्ष बिहिन संसद चाहता है। माले जिला सचिव ध्रुव नारायण कर्ण ने कहा कि सरकार तानाशाही रवैया अपनाकर लोकतंत्र को कुचलना चाहती है। सीपीआईएम जिला सचिव मनोज यादव ने कहा कि लोकतंत्र को जीवंत रखने के लिए भाजपा सरकार का देश हित में जाना जरूरी है। जिला कांग्रेस अध्यक्ष मनोज मिश्र ने कहा कि जब भी हमारे नेता संसद की सुरक्षा,बेरोजगारी और अडानी की भ्रष्टाचार पर बात करता हैं, तो उन्हें अलोकतांत्रिक तरीके से बाहर का रास्ता दिखा दिया जाता है। सीपीआई जिला सचिव मिथिलेश कुमार झा ने कहा कि मोदी सरकार लोकतंत्र का समाप्त करने की दिषा में काम कर रही है। जिसका विरोध कराना विपक्षी दलों को अधिकार है। जबतक देष लोकतंत्र सुरक्षित रहेगा, तभी हमारे देश के लोग सुरक्षित रहेंगे। मौके पर कांग्रेस नेता सह डिप्टी मेयर मो. अमानुल्लाह खान,कृपानंद झा आजाद,अनुरंजन सिंह, प्रो. इश्तियाक अहमद,राजदेव रमन,राजकुमार यादव,कृष्णकांत झा गुड्डू,राजकिशोर साफी,राम बहादुर यादव,रेणु कुमारी,मीनू पाठक,फुलदेव यादव,लक्ष्मी देवी,अब्दुल कयूम,विक्रम शीला यादव,ईश्वर गुटमेटा,सोनी कुमारी,वशिष्ठ मंडल,ज्योति रमन झा,अहमद हुसैन,ज्योति झा,अजय राय,प्रजापति झा, कौशल चौधरी,रामबाबू यादव,उपेंद्र कामत चंदेश्वर चौधरी,अशोक कुमार,मनोज मिश्र,आनंद झा,जदयू जिला महासचिव डाक्टर मो. महताब आलम,टिंकू कसेरा,अकिल अंजुम मो. साबिर सहित दर्जनों नेताओं ने अपना-अपना विचार रखा।