मधुबनी- 24 दिसंबर। आगामी 22 जनवरी 2024 को अयोध्या में रामलला विराजमान होंगे। जिसको लेकर रविवार को मधुबनी शहर का माहौल जय श्री राम के वंदन भजनों से मय देखने को मिला। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ,विश्व हिन्दू परिषद एवं बजरंगदल के कार्यकर्ताओं ने राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में आमंत्रण के लिए अयोध्या से आए अक्षत कलश को जिला के सभी प्रखंडों में निर्मित वितरण टोली को सौंपने हैं। उन अक्षत कलशों की भव्य शोभा यात्रा अत्यंत भव्यता और सभ्यता के साथ मधुबनी शहर के तिलक चौक अवस्थित गोकुल बली मंदिर से प्रारंभ होकर गंगासागर चैक,बाटा चौक होते शंकर चौक,तिलक चौक होते हुए पुनःगोकुल बली मंदिर पर विसर्जित हुई। इस शोभा यात्रा में जिला भर से प्रखंडों में निर्मित अक्षत कलश वितरण टोली के सैकड़ों सदस्य और श्रद्धालुओं की टोली विभिन्न संस्थाओं, इस्कान,गायत्री परिवार विभिन्न मठ मंदिरों के साधू संत एकल के सदस्य भी भजन गाते हुए शोभा यात्रा में शामिल हुए। इस अवसर पर जगह-जगह स्थानीय माताओं बहनों सज्जनों के द्वारा अक्षत कलश रथ की आरती एवं पुष्प वर्षा से वंदना की गई। शोभा यात्रा में ध्वनि विस्तारक पर नगर के लोगों को अयोध्या 22 जनवरी के राम मंदिर उद्घाटन के कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी जिला समिति संयोजक चंद्रवीर कुमार ने दी। तथा श्रद्धालुओं से आग्रह किया गया कि आगामी 22 जनवरी को अयोध्या नहीं जाकर अपने-अपने स्थानीय मंदिरों में एकत्र होकर कीर्तन भजन कर उत्सव मनाऐं। वहीं विश्व हिन्दू परिषद के जिलाध्यक्ष आदित्य सिंह ने कहा कि अयोध्या प्रशासन और राम मंदिर तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के प्रमुख चंपत राय जी के द्वारा यह आग्रह की गयी है। आदित्य सिंह ने बताया कि 500 वर्षों के संघर्ष और 25 पीढ़ियों की प्रतीक्षा एवं लाखों के बलिदान व त्याग के पश्चात हिन्दुओं को यह सौभाग्य प्राप्त हुआ है। उन्होने कहा कि वैसा ही उत्सव गांव-गांव के सभी मंदिरों और सभी सनातनी प्रेमियों के घर-घर व्यक्ति व्यक्ति के द्वारा मनायें। इस अवसर पर गोकुलबलि आश्रम के महंथ बाबा बिमल शरण जी महाराज, विधायक हरिभूषण ठाकुर बचोल,रा.स्व.संघ के जिला संघचालक अरविन्द सिन्हा,चन्द्रवीर कुमार,पुर्णेन्दू मोहन शर्मा,राम श्रृंगार पांडेय,मनोज चौधरी,साकेत महासेठ,महेश सिंह,पंकज मेहता,विनय पंडित,तरुण राठौड़ राम नारायण कुमार,तरुण बारी,उमेश राजपाल,अमरनाथ प्रसाद,अजय प्रसाद,सुबोध चौधरी,मनोज कुमार मुन्ना सहित हजारों की संख्या में श्रद्धालु शामिल थे।
