महाराजगंज- 23 अप्रैल। शादी ब्याह की शुरुआत होते ही दैनिक उपभोग की कीमतें आसमान छूने लगी हैं। दस से लेकर तीस प्रतिशत की बढ़ोतरी देखी जा रही है। इससे आमजन काफी दिक्कत महसूस कर रहा है।
रोजमर्रा की खाने पीने की चीजों और ईंधन की कीमत में हुई बढ़ोतरी को लेकर सभी हकलाना हैं। डीजल और पेट्रोल का दाम बढ़ने से माल ढुलाई पर असर देखा जा रहा है। इधर, मौसम की अनियमितता ने भी किसानी को महंगी कर दी है।
यह है हकीकत
इस समय महाराजगंज कस्बे में पहले 35 रुपये प्रति किलो बिकने वाला चावल अब 50 रुपये प्रति किलो बिक रहा है। अरहर की दाल 90 की जगह 110 रुपये में मिल रही है। वनस्पति घी का दाम 80 से 200 रुपये पहुंच गया है। 600 रुपये बिकने वाली चायपत्ती अब 1000 रुपया प्रति किलोग्राम है। सरसों के तेल के दाम में भी उछाल आया है। यह अब 90 की जगह 195 रुपये प्रति लीटर मिल रहा है। रिफाइंड तेल जो कल तक 90 था, आज उसकी कीमत 155 रुपये हो गई है।
कहते हैं लोग
लोगों के घरों में झाड़ू पोछा करने वाली शकुंतला देवी का कहना है कि रसोईया गैस के दाम बढ़ने से अधिक परेशानी है। रोजमर्रा की चीजों में थोड़ी बहुत खरीद कर काम चलाया जा सकता है लेकिन रसोईया गैस की कीमत भारी पड़ रही है।
नेहरू नगर निवासी और कलेक्ट्रेट में नौकरी करने वाले रामप्यारे का कहना है कि सैलरी के अलावा कोई दूसरा ये का जरिया नहीं है। खेती बारी न होने से परिवार के भरण पोषण का यही एक जरिया है। घर खर्च चलाने से ही कोई बचत नहीं हो पाता। शिक्षा ग्रहण कर रहे तीन बच्चों का समय से फीस जमा करना दुश्वार हो रहा है। काफी मानसिक दबाव में हैं।
शास्त्री नगर निवासी रमेश मद्धेशिया बताते हैं कि खाने पीने की दाम आसमान छू रहे हैं। रोज कमाना और खरीद कर खाना मुश्किल हो रहा है।