कछार (असम)- 26 जून। असम में इस वर्ष अप्रैल के बाद जून महीने में दूसरी बार बाढ़ से समूचा राज्य बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। राज्य में 35 में से 32 जिले बाढ़ से बुरी तरह से प्रभावित हैं। अभी भी 27 जिलों में बाढ़ का पानी भरा हुआ है। सबसे अधिक खराब स्थित बराकघाटी के कछार जिला मुख्यालय शहर सिलचर की है। सिलचर में मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा ने रविवार को बाढ़ के बाद उपजे हालात का जायजा लिया और लोगों से वार्ता की।
रविवार को मुख्यमंत्री डाॅ. सरमा कछार जिला मुख्यालय शहर सिलचर पहुंचे और रबर की नाव से शहर के विभिन्न हिस्सों का दौरा किया। मुख्यमंत्री ने बाढ़ के पानी के बीच घरों में रह रहे लोगों की स्थिति का जायजा लिया। मुख्यमंत्री ने पानी में घुस कर शहर की गलियों का पैदल दौरा भी किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने बाढ़ प्रभावित सिलचर शहर के नागरिकों को हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। मुख्यमंत्री को अपने बीच पाकर शहर के नागरिक बेहद भावुक हो गये। कई लोगों की आंखों से आंसू बहते भी देखे गये।
मुख्यमंत्री सिलचर शहर के रंगिरखारी में राष्ट्रीय राजमार्ग से होते हुए तारापुर इलाके में रबर की नाव से लगभग एक घंटे तक घूम-घूमकर लोगों से बातचीत की। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार हमेशा जनता के साथ है और प्रशासन बाढ़ प्रभावित लोगों की पीड़ा को कम करने का हरसंभव प्रयास कर रहा है।
इस मौके पर मुख्यमंत्री के साथ असम सरकार के मंत्री परिमल शुक्लबैद्य, सांसद डॉ. राजदीप रॉय, विधायक दीपायन चक्रवर्ती और विधायक कौशिक राय के अलावा जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक व अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे। बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करने के बाद मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिये।
उल्लेखनीय है कि बराक नदी के जलस्तर में भारी वृद्धि के चलते सिलचर शहर का अधिकांश हिस्सों में जलभराव है। राज्य के अभी भी 27 जिलों के 2894 गांवों की 25,10,989 नागरिक बाढ़ से प्रभावित हैं। जबकि, 80346.28 हेक्टेयर कृषि भूमि पर पानी भरा हुआ है। राज्य में अप्रैल एवं जून में आई बाढ़ एवं भूस्खलन से 121 लोगों की मौत हो चुकी है। अभी भी 637 आश्रय शिविर और 259 वितरण केंद्र संचालित हैं। आश्रय शिविरों में 2,33,271 लोग रह रहे हैं।