पटना- 01 जूलाई। भारतीय स्टेट बैंक ने 1 जुलाई को अपना 67वां स्थापना दिवस पूरे धूमधाम के साथ मनाया। सन 1955 में पहली जुलाई को एसबीआई अधिनियम के तहत भारतीय स्टेट बैंक की स्थापना हुई थी इसलिए इस तिथि को एसबीआई ‘बैंक दिवस’ के रूप में मनाता है। एसबीआई पटना मंडल ने दोगुने उत्साह के साथ इस अवसर को मनाया क्योंकि पटना मंडल के गठन के पूरे पचास वर्ष भी पूरे हुए थे। 1972 में 1 जुलाई को बंगाल मंडल से पृथक होकर पटना मंडल बना था और पटना में स्थानीय प्रधान कार्यालय स्थापित हुआ था।
एसबीआई पटना मंडल की स्वर्ण जयंती—
एसबीआई पटना मंडल के स्थानीय प्रधान कार्यालय सहित आंचलिक कार्यालय,क्षेत्रीय कार्यालय तथा शाखाओं में भी विभिन्न कार्यक्रम के साथ बैंक दिवस एवं मंडल की स्वर्ण जयंती आयोजन संपन्न हुआ। स्थानीय प्रधान कार्यालय में प्रात: 9.30 बजे एसबीआई पटना मंडल के मुख्य महाप्रबंधक श्री सुरेन्दर राणा ने केक काटकर एक दिवसीय आयोजन की शुरुआत की। समस्त स्टाफ सदस्यों को बैंक दिवस की शुभकामनाएँ देते हुए श्री राणा ने पटना मंडल की 50 वर्ष की शानदार यात्रा पर प्रकाश डालते हुए स्टाफ सदस्यों को बधाई दी।
बैंक के कॉरपोरेट केंद्र मुंबई से आए उप प्रबंध निदेशक श्री राणा आशुतोष सिंह ने इस अवसर पर पेड़ लगाकर वृक्षारोपण पखवाड़े का शुभारंभ किया। पटना मंडल ने बिहार और झारखंड दोनों राज्यों की स्टेट बैंक शाखाओं एवं कार्यालयों द्वारा उक्त पखवाड़े में 1 लाख पेड़ लगाने का लक्ष्य रखा है। इस अवसर पर उप प्रबंध निदेशक ने कार्यालय परिसर में नव निर्मित मनोरंजन कक्ष का उदघाटन भी किया। बैंक दिवस के अवसर पर स्थानीय प्रधान कार्यालय में एक रक्त दान शिविर का भी आयोजन किया गया, जिसमें स्टाफ सदयों ने स्वेच्छा से रक्त दान किए।
उक्त एक दिवसीय ‘बैंक दिवस’ एवं पटना मंडल की स्वर्ण जयंती समारोह की भव्य संध्या का आयोजन ज्ञान भवन में किया गया। कार्यक्रम में बिहार सरकार के मुख्य सचिव अमीर सुबहानी मुख्य अतिथि स्वरूप उपस्थित रहे। बैंक के उप प्रबंध निदेशक राणा आशुतोष कुमार सिंह सहित बिहार सरकार के कई भारतीय प्रशासनिक सेवा के वरिष्ठ अधिकारी विशिष्ट अतिथि स्वरूप उपस्थित रहकर कार्यक्रम की शोभा बढ़ाए। इस अवसर पर स्टेट बैंक ने अपने 10 बहुमूल्य ग्राहकों को सम्मानित भी किया। ग्राहकों को सम्मानित करते हुए मुख्य महाप्रबंधक सुरेन्दर राणा ने कहा कि गत 25 वर्षों से भी अधिक समय से भारतीय स्टेट बैंक से जुड़े ये ग्राहक हमारे बैंक की उत्कृष्ट सेवा के प्रमाणपत्र हैं। उन्होंने आगे कहा कि ‘ग्राहक देवो भव’ स्टेट बैंक के संस्कार में है। तथा ‘हर भारतीय का बैंक’ बनने की राह पर हम अग्रसर हैं। पटना मंडल की 50 वीं वर्षगांठ पर हर्ष व्यक्त करते हुए श्री राणा ने कहा कि बिहार एवं झारखंड में वर्तमान में हर तीसरा व्यक्ति स्टेट बैंक का ग्राहक है। उल्लेखनीय है कि भारत में एसबीआई के कुल 17 मंडलों में गत वित्तीय वर्ष में पटना मंडल प्रथम स्थान पर रहा। सम्मानित ग्राहकों ने अपने उद्गार व्यक्त करते हुए अपने जीवन की उपलब्धियों में स्टेट बैंक के योगदान की मुक्त कंठ से प्रशंसा की तथा बैंक की सेवाओं की सराहना की।
मुख्य अतिथि श्री सुबहानी ने अपने वक्तव्य में एसबीआई से जुड़े अपने सुखद संस्मरण सुनाए और बिहार सरकार से स्टेट बैंक के मधुर चिर संबंध की भूरि-भूरि प्रशंसा की। उन्होंने आगे कहा कि स्टेट बैंक सरकार की योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने में अग्रणी भूमिका निभाता रहा है।
कार्यक्रम में बैंक के महाप्रबंधक मृगांक जैन एवं श्री सत्यब्रत महापात्र सहित पटना केंद्र के सभी स्टेट बैंक कर्मी उपस्थित रहे। सांस्कृतिक संध्या का उपस्थित अतिथियों एवं प्रतिभागियों ने भरपूर लुत्फ उठाया। तथा अंत में बैंक के पटना मंडल के मंडल विकास अधिकारी शुभेन्दु नारायण दास के धन्यवाद ज्ञापन से कार्यक्रम का समापन हुआ।
