नई दिल्ली- 14 नवंबर। शाहदरा जिला पुलिस ने पाकिस्तान-इंग्लैंड के बीच रविवार को हुए फाइनल क्रिकेट मैच पर एक विशेष सॉफ्टवेयर की मदद से सट्टा लगा रहे गैंग का खुलासा किया है। पुलिस ने इस संबंध में दो सगे भाइयों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपितों की पहचान सरगना अमित अरोड़ा (50) और इसके छोटे भाई अनुज अरोड़ा (47) के रूप में हुई है। पुलिस ने आरोपितों के पास से तीन मोबाइल फोन, 19 मोबाइल फोन और एक विशेष तरह से तैयार किया गया ब्रीफकेस बरामद किया है।
इसमें बटन वाले कई मोबाइल फोन कनेक्ट थे। इन सभी को विशेष सॉफ्टवेयर से जोड़ा हुआ था। सट्टा बुक करने पर ऑटोमैटिक कॉल रिकॉर्ड हो जाती थी। इसके बाद उस कॉल के आधार सट्टे की रकम अदा कर दी जाती थी या हारने पर सट्टे पर लगाई गई रकम ले ली जाती थी। दोनों भाई इसी तरह के अपराध में पहले भी शामिल रहे हैं।
डीसीपी आर.सत्यसुंदरम ने बताया कि रविवार को पाकिस्तान-इंग्लैंड के बीच टी-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का फाइनल मैच था। इस बीच स्पेशल स्टाफ की टीम को खबर मिली कि मानक विहार, यमुना स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स के एक मकान में क्रिकेट मैच पर सट्टा लगाया जा रहा है। फौरन आनंद विहार थाना और स्पेशल स्टाफ की संयुक्त टीम ने मकान पर छापेमारी की। वहां पुलिस को दोनों भाई अमित व अनुज मिले।
यह लोग उस समय सट्टा बुक कर रहे थे। ब्रीफकेस में लगे कई मोबाइल को तारों की मदद से लैपटॉप से जोड़ा गया था। वहां पर ऑटोमैटिक कॉल रिकॉर्ड हो जा रही थी। दोनों लगातार इंटरनेट कॉलिंग के जरिये सट्टा बुक करने वाले लोगों के संपर्क में रहते थे। पुलिस की पूछताछ के दौरान आरोपित अमित अरोड़ा ने बताया कि वह इस पूरे रैकेट का मास्टर माइंड है। देशभर के लोग उनके पास सट्टा लगाते हैं।
दोनों ने बताया कि वह सट्टे के लिए FAIRBET7.COM और SUPREME.EXE पर करंट रेट देखते रहते थे। हर बॉल, हारजीत, फाइनल स्कोर, चौके-छक्के पर सट्टा लगवाते थे। हर एक मैच में 50 से 60 लाख के बीच सट्टा लगवाते थे। पकड़ा गया आरोपी अमित अरोड़ा ने डिप्लोमा इंजीनियरिंग की हुई है। पढ़ाई के बाद उसने तांबे के तार बनाने की फैक्टरी लगाई थी, घाटा होने के बाद उसने सट्टा लगाने का काम शुरू कर दिया।
