मास्को/कीव- 05 जनवरी। रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध के दौरान रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने दो दिनों के लिए युद्धविराम का आदेश दिया है। पुतिन ने यह ऐलान ऑर्थोडॉक्स चर्च के प्रमुख रूसी धर्मगुरु पैट्रियार्क किरिल के आग्रह पर किया। युद्धविराम छह और सात जनवरी को प्रभावी रहेगा। हालांकि, यूक्रेन ने इसे महज धोखा बताया है।
जानकारी के मुताबिक, पुतिन ने ऑर्थोडॉक्स क्रिसमस के मद्देनजर यूक्रेन के साथ 36 घंटे के एक तरफा सीजफायर का ऐलान किया है। रूस के ऑर्थोडॉक्स चर्च के प्रमुख ने पुतिन से इसकी अपील की थी, जिसके बाद पुतिन ने यह ऐलान किया है।
क्रेमलिन की ओर से बताया गया कि पुतिन ने 36 घंटे के सीजफायर का आदेश दिया है। युद्धविराम छह जनवरी की दोपहर 12 बजे शुरू होगा। रूस और यूक्रेन में रहने वाला एक बड़ा वर्ग 6-7 जनवरी को क्रिसमस मनाता है।
रूस ने 24 फरवरी, 2022 को अपने पड़ोसी देश यूक्रेन पर हमला बोल दिया था। करीब 10 महीनों में जंग के दौरान हजारों लोगों की जान जा चुकी है। वहीं लाखों लोगों को विस्थापित होना पड़ा है। भारत समेत कई देश रूस और यूक्रेन दोनों से बातचीत के जरिए मामला सुलझाने की अपील कर चुके हैं।
धर्मगुरु पैट्रियार्क किरिल ने राष्ट्रपति पुतिन से आग्रह किया था कि क्रिसमस के दौरान हमले न किये जाएं, ताकि दोनों देशों के लोग त्योहार मना सकें। राष्ट्रपति पुतिन ने इसे स्वीकार करते हुए सेना को दो दिनों के लिए युद्धविराम का आदेश दिया है।
अब अगले दो दिनों में यूक्रेन के किसी शहर में गोलाबारी नहीं होगी और लोग चैन की सांस ले सकेंगे।
उल्लेखनीय है कि धर्मगुरु किरिल, राष्ट्रपति पुतिन के कट्टर समर्थक हैं और राष्ट्रपति पुतिन भी इनको काफी महत्व देते हैं। रूस का आर्थोडॉक्स चर्च पुराने जूलियन कैलेंडर का इस्तेमाल करता है, इसलिए सात जनवरी को क्रिसमस का त्योहार मनाता है, जो ग्रेगोरियन कैलेंडर से 13 दिनों बाद पड़ता है।
वहीं रूसी चर्च के इस प्रस्ताव को यूक्रेन के अधिकारियों ने पहले खारिज कर दिया था। यूक्रेन के राष्ट्रपति के सलाहकार मिखाइलो पदोल्याक ने इस प्रस्ताव को खारिज करते हुए कहा था कि ‘यह जाल और दुष्प्रचार का हिस्सा है।’