नई दिल्ली- 04 मार्च। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को चेन्नई में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए परिवारवाद पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि परिवारवादी अब उनसे उनके परिवार के बारे में पूछ रहे हैं। उनका मानना है कि परिवार वाले होने के कारण उन्हें भ्रष्टाचार और सत्ता हड़पने का अधिकार मिल जाता है। वे उन्हें बता देना चाहते हैं कि मोदी के लिए पूरा देश ही परिवार है। उन्होंने कहा कि मौज मस्ती के लिए परिवार नहीं छोड़ा है, बल्कि देश सेवा के लिए छोड़ा है।
प्रधानमंत्री ने इस दौरान वंचितों और पिछड़ों को अपने परिवार का हिस्सा बताया। उन्होंने कहा कि “जिसका कोई नहीं है, वो भी मोदी के हैं और मोदी उनका है। मेरा भारत-मेरा परिवार। इसलिए आज पूरा देश एक सुर में कह रहा है- मैं हूं… मोदी का परिवार।”
प्रधानमंत्री ने आज चेन्नई की रैली में सुप्रीम कोर्ट के दो फैसलों का उल्लेख किया। प्रधानमंत्री ने जेएमएम रिश्वत मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले के बाद इंडी अलायंस में मातम छाया हुआ है। इंडी अलायंस को रिश्वतखोरी, भ्रष्टाचार और देश की व्यवस्थाओं को करप्ट करने के अलावा और कुछ आता ही नहीं है। कांग्रेस, द्रमुक और इंडी गठबंधन से जुड़ी पार्टियां भ्रष्टाचार और परिवारवादी पार्टियां हैं।
सनातन धर्म पर मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन के बयान पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि परिवारवादियों की करोड़ों लोगों की आस्था का अपमान करना भी एक आदत है। किसी को भी देश की आस्था से खिलवाड़ का अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा कि परिवार वाद से अहंकार आता है। परिवारवादी लोग अहम पदों पर बैठकर लोगों को गुलाम समझने लगते हैं और पद की गरिमा भूल जाते हैं। ऐसे ही एक डीएमके परिवार के सदस्य से सुप्रीम कोर्ट ने आज सख्त सवाल किए हैं।
राज्य में ड्रग्स के बढ़ते कारोबार का मुद्दा उठाते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि भाजपा को मजबूत करने पर तमिलनाडु के दुश्मनों पर कार्रवाई तेज होगी। यह मोदी की गारंटी है। उन्होंने कहा कि सत्तारूढ़ पार्टी के संरक्षण में ड्रग्स के गिरोह पनप रहे हैं। उन्हें तमिलनाडु के बेटे-बेटियों की चिंता है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने ‘विकसित भारत’ के निर्माण के साथ-साथ ‘विकसित तमिलनाडु’ के निर्माण का भी संकल्प लिया है। हमें मिलकर भारत को दुनिया की टॉप-3 अर्थव्यवस्थाओं में से एक बनाना होगा और इसमें तमिलनाडु की बहुत बड़ी भूमिका है।