पटना- 26 जनवरी। बिहार में तेजी से बदलते सियासी हालातों के बीच भाजपा नेतृत्व ने राज्य के प्रमुख नेताओं को दिल्ली बुलाकर उनके साथ गुरुवार को विचार-विमर्श किया। ऐसे में इस बढ़ती हुई सियासी हलचल के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपराह्न 3:30 बजे राजभवन जायेंगे। वे राजभवन में गणतंत्र दिवस के मौके पर आयोजित स्वागत समारोह में शामिल होंगे।
इससे पहले मुख्यमंत्री ने सरकारी आवास पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया। उन्होंने स्कूली बच्चों के बीच जलेबी भी बांटी। गांधी मैदान में राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर के झंडोत्तोलन में शिरकत करने के बाद वे आवास लौट गए।
दूसरी ओर शुक्रवार को दिल्ली से पटना रवाना होने के पहले सुशील कुमार मोदी ने पत्रकारों से बात की। उनसे सवाल पूछा गया कि कल की बैठक में क्या बात हुई। इस पर सुशील मोदी ने कहा कि कल की बैठक में लोकसभा चुनाव पर चर्चा हुई। सुशील मोदी ने कहा कि जहां तक नीतीश कुमार के जदयू का सवाल है, तो राजनीति में हमेशा दरवाजा बंद नहीं रहता है। जो दरवाजा बंद किया जाता है आवश्यकता पड़ने पर वह खुल भी सकता है। अब खुलेगा या नहीं खुलेगा या क्या होगा, इस पर मैं कुछ नहीं कर सकता। केंद्रीय नेतृत्व इन चीजों को तय करता है, लेकिन बंद दरवाजे राजनीति में जरूरत के हिसाब से खुलती भी हैं।
उल्लेखनीय है कि गुरुवार को सुशील मोदी ने कहा था कि राज्यों में गठबंधन या सीट शेयरिंग पर अंतिम फैसला केंद्रीय नेतृत्व लेता है। यदि नीतीश कुमार को राजग में लाने का निर्णय ऊपर से हो जाता है, तो प्रदेश भाजपा के इसे स्वीकार करना पड़ेगा।