बंद स्कूलों से पहले गोलियों की आवाज आती थी, वहां बच्चे अब पोयम गा रहे : CM भूपेश बघेल

बीजापुर-18 सितंबर। जिले के प्रवास में पहुंचे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने संबोधन में कहा कि नक्सल प्रभावित जिन क्षेत्रों के बंद स्कूलों से पहले गोलियों की आवाज आती थीं, वहां अब बच्चे पोयम गा रहे हैं। अभी कुछ बच्चों से बात की, वे फर्राटेदार इंग्लिश बोल रहे थे, यह बीजापुर का बदलाव है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बीजापुर अब कितना बदल गया है, 05 साल पहले जब यहां मुझे बुलाया जाता था तो सडक़ मार्ग से आते थे, कार्यक्रम में भाषण देते हुए धीरे से कोई कहता था भैया जल्दी खत्म करो वापस जाना है। लेकिन आज बीजापुर में सभी सुरक्षित महसूस करते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले जब मैं भेंट-मुलाकात कार्यक्रम में आया था, यहां के लोग दो ही चीज मांगते थे। या तो हमारे यहां धान खरीदी केंद्र, बैंक खोल दो और दूसरा स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल खोल दो। मुख्यमंत्री ने कहा कि बीजापुर जिले में बंद पड़े 200 स्कूल पुन: आरंभ हो चुके हैं। बीजापुर जिले में 14 स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल खोले गये हैं। आज बस्तर फाइटर में अकेले बीजापुर से 300 नौजवानों को नौकरी मिली है, शिक्षकों की भर्ती हुई है। इन 05 वर्षों में अंदरूनी क्षेत्रों में भी 20 हजार से अधिक राशन कार्ड बने। उन्होने कहा कि हमने पेशा कानून लागू किया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज 20 से अधिक अस्पताल खुल गए हैं, इलाज हो रहा है, डॉक्टर तैनात हैं। हमारे आदिवासियों को पट्टा नहीं मिल पाता था हमने व्यक्तिगत, वनाधिकार और सामुदायिक पट्टे दिए। देवगुड़ी का भी हमने सामुदायिक पट्टा दिया। देवता-धामी के लिए भी हमने पट्टा दे दिया। पिछड़ा वर्ग, अनुसूचित जाति के लोगों के लिए पट्टा जारी किया है। सोलर पंप लगे हैं, लाइट पहुंच रही हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले यहां साइकिल का शोरूम भी दुर्लभ था, वहां आज आठ-आठ ट्रैक्टर के शोरूम हैं। मोटरसाइकिल के शोरूम खुल रहे हैं, क्योंकि आज बिक्री हो रही है। पहले ढाई हजार में तेंदूपत्ता बेचते थे आज 4000 में बेच रहे हैं, महुआ, कोदो-कुटकी रागी आज बेचा जा रहा है। पहले कपड़े बाहर से आते थे, इन पांच वर्षों में यहां कपड़े बनने लगे, प्रोसेसिग यूनिट्स लगे, लोगों की आय में वृद्धि हुई है।

इस अवसर पर जिले के प्रभारी मंत्री एवं उद्योग मंत्री कवासी लखमा ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ तेजी से आगे बढ़ रहा है। बीजापुर में भी तेजी से विकास कार्य हो रहे हैं। आजीविका के बेहतर अवसर निर्मित हो रहे हैं।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 457 करोड़ 58 लाख रुपये के विकास कार्यों में 123 करोड़ रुपये के निर्माण का लोकार्पण किया एवं 334 करोड़ रुपए से बनने वाली अधोसंरचनाओं का भूमिपूजन व हितग्राही मूलक सामग्री का वितरण एवं जापान एवं चीन में आयोजित एशिया कप प्रतियोगिता में भाग लेने वाले बीजापुर स्पोर्ट्स अकादमी के साफ्ट बाल के पांच खिलाडिय़ों सहित भुवनेश्वर में आयोजित प्रथम जनजातीय खेलो इंडिया नेशनल प्रतियोगिता का हिस्सा ले रही फुटबाल टीम के सदस्य प्रमिला तेलम, कमला तेलम एवं ईशा कुडिय़म को सम्मानित किया।

मुख्यमंत्री ने जिला अस्पताल बीजापुर का नामकरण महादेव राणा शासकीय जिला चिकित्सालय बीजापुर करने की घोषणा की। उन्होंने बीजापुर जिले के आवापल्ली स्थित उसूर चौक को नागुर दोरला चौक के नाम से नामकरण करने की घोषणा की। साथ ही उन्होंने नवीन शासकीय आदर्श महाविद्यालय जावंगा( गीदम) का नामकरण वीरांगना मासक देवी नाग शासकीय आदर्श महाविद्यालय के नाम पर करने की घोषणा की। इसके साथ ही उन्होंने चेरपाल, वरदली, संकनपल्ली और पापनपाल में नवीन धान उपार्जन केंद्र एवं मादेपुर तथा जारपल्ली में नवीन प्राथमिक शाला खोलने की घोषणा की।

इस दौरान बस्तर विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष विक्रम शाह मंडावी, दंतेवाड़ा देवती कर्मा जिला पंचायत अध्यक्ष शंकर कुडिय़म, जिला पंचायत उपाध्यक्ष कमलेश कारम, जिला पंचायत सदस्य बसंत राव ताटी, जिला पंचायत सदस्य नीना रावतिया उद्दे,छत्तीसगढ़ राज्य युवा आयोग के सदस्य प्रवीण डोंगरे, बीज निगम के सदस्य इम्तियाज खान,नगरपालिका अध्यक्ष बेनहूर रावतिया एडीजी नक्सल आपरेशन विवेकानंद सिन्हा, बस्तर संभागायुक्त श्याम धावड़े, आईजी पी सुंदरराज, डीआईजी कमलोचन कश्यप, कलेक्टर राजेन्द्र कुमार कटारा, पुलिस अधीक्षक आंजनेय वाष्णैर्य भी मौजूद रहे।

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Author: lakshyatak

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