नई दिल्ली- 02 अप्रैल। आम आदमी पार्टी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की डिग्री को लेकर भाजपा से वास्तविक स्थिति स्पष्ट करने की मांग की है। “आप” के वरिष्ठ नेता संजय सिंह ने रविवार को भाजपा से स्पष्ट करने को कहा है कि प्रधानमंत्री की डिग्री फर्जी है या उनका बयान झूठा है। उन्होंने भाजपा से पूछा कि गुजरात का मुख्यमंत्री बनने के बाद 2005-6 में मोदी जी ने क्यों कहा था कि वे स्कूली शिक्षा के आगे नहीं पढ़े।
इसलिए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की ओर से सार्वजनिक की गई प्रधानमंत्री की डिग्री कई सवाल खड़े करती है। उन्होंने कहा कि अगर प्रधानमंत्री की डिग्री की जांच हो गई और वो फर्जी निकली तो मोदी की लोकसभा की सदस्यता चली जाएगी और कई साल चुनाव भी नहीं लड़ पाएंगे। मुझे लगता है कि इसलिए भाजपा की पूरी लीडरशिप पीएम की फर्जी डिग्री को सही साबित करने ले जुटी हुई है।
सिंह ने कहा कि आज मेरा केवल एक सवाल है कि अगर भारतीय जनता पार्टी के किसी भी नेता में साहस और हिम्मत है तो जाकर प्रधानमंत्री से इस सवाल का जवाब पूछ कर बताए। सवाल यह है कि अगर 1979 में प्रधानमंत्री ने दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री हासिल की। 1983 में गुजरात विश्वविद्यालय से स्नातकोत्तर की डिग्री हासिल की है। तो देश के सामने इस बात का खुलासा कर दीजिए कि पीएम ने 2005-06 के दौरान गुजरात का मुख्यमंत्री बनने के बाद आपने भाषण में एक शिक्षक को संबोधित करते हुए यह क्यों कहा कि उनकी कोई शिक्षा-दीक्षा नहीं हुई है।
स्कूली शिक्षा के आगे वह नहीं पढ़े हैं। यह तो पीएम का खुद का बयान है। जब प्रधानमंत्री ने 1979 में बीए और 1983 में एमए की डिग्री हासिल कर ली थी तो वह 2005-06 में अपने भाषण में झूठ क्यों बोल रहे थे? यानी कि मुख्यमंत्री रहते हुए उन्होंने जो कहा वो सच था। उसके पहले उनकी डिग्री के जो खुलासे हैं वो झूठे हैं।
