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नेपाल से लगी बिहार की सीमा आतंकियों के लिए सेफ जोन, 729 किलोमीटर की खुली सीमा देश के लिए चुनौती

पटना- 16 जुलाई। राजधानी पटना के फुलवारी शरीफ के आतंकी कनेक्शन के तार सुदूर पाकिस्तान से लेकर नेपाल तक फैले हैं। नेपाल से लगी बिहार की 729 किलोमीटर लंबी खुली सीमा आतंकी कनेक्शन को लेकर एक बार फिर चर्चा में है। इससे निपटना देश और बिहार दोनों के लिए किसी चैलेंज से कम नहीं हैं।

नेपाल के रास्ते बिहार घुसना आसान—

बिहार की राजधानी पटना से पाकिस्तान का कनेक्शन सामने आने के बाद राज्य पुलिस और खुफिया विभाग अलर्ट मोड में हैं। बिहार में घुसना आतंकियों के लिए बेहद आसान है। बिहार के करीबन आठ जिले पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, शिवहर, सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपौल, अररिया और किशनगंज की 729 किलोमीटर खुली सीमा नेपाल से लगती है। पाक समर्थित आतंकी भारत में नेपाल के रास्ते एंट्री करते हैं। पाकिस्तान से भारत का सफर नेपाल के जरिए ही होता आया है। इसका खुलासा बिहार से कई बड़े आतंकियों की गिरफ्तारी से भी हो चुका है।

बिहार में क्या है पाकिस्तान की मंशा—

बिहार की राजधानी पटना में 2023-24 में बड़े जिहाद की प्लानिंग के खुलासे के बाद पटना पुलिस के साथ खुफिया एजेंसियां भी इसकी जांच में जुटी हैं। अब तक पाकिस्तान की मंशा का खुलासा नहीं हो पाया है लेकिन पाकिस्तानी संगठनों के साथ मोबाइल चैट के जो सबूत मिले हैं, उससे यह साफ है कि बिहार में 2023-24 में कोई बड़ी घटना को अंजाम देने के एक बड़े मिशन के तहत काम चल रहा था।

कब-कब बिहार से हुई है आतंकियों की गिरफ्तारी—

20 जुलाई, 2006 को मुंबई एटीएस ने मधुबनी मुंबई लोकल ट्रेन ब्लास्ट के आरोपित मो. कमाल को गिरफ्तार किया।

02 जनवरी, 2008 को मधुबनी से यूपी में सीआरपीएफ कैंप पर हमला करने वाले सबाउद्दीन को गिरफ्तार किया गया।

9 फरवरी, 2010 को मधुबनी से दिल्ली ब्लास्ट में शामिल आरोपित मदनी को गिरफ्तार किया गया।

26 नवम्बर, 2011 को दिल्ली पुलिस ने मधुबनी से आतंकी कनेक्शन में अफजल व गुल अहमद जमाली को पकड़ा।

19 नवम्बर, 2011 दरभंगा के केवटी के कतील सिद्दीकी उर्फ साजन की दिल्ली में गिरफ्तारी हुई।

12 जनवरी, 2012 को दरभंगा से नदीम और नक्की की गिरफ्तार के बाद विस्फोट में इस्तेमाल बाइक बरामद।

21 फरवरी, 2012 एटीएस ने दरभंगा के शिवधारा से साइकिल मिस्त्री कफील अहमद को पकड़ा था। उसे आईएम का मेंटर बताया गया।

06 जनवरी, 2012 बिहार से कर्नाटक पुलिस ने बंगलुरू के स्टेडियम विस्फोट में संदिग्ध आतंकी मो. कफील अख्तर को पकड़ा।

13 मई, 2012 बिहार के फसीह की गिरफ्तारी हुई जो आइएम चीफ रियाज भटकल और इकबाल भटकल से जुड़ा था।

21 जनवरी, 2013 लहेरियासराय से यासीन के सहयोगी मो. दानिश अंसारी को आतंकी हमले के आरोप में पकड़ा गया।

अगस्त 2013 आईएम के यासीन भटकल व अब्दुल असगर उर्फ हड्डी की पूर्वी चंपारण से लगी नेपाल सीमा से गिरफ्तारी।

अगस्त 2019 गया से कोलकाता एटीएस ने बांग्लादेश के आतंकी संगठन जमात-उल-मुजाहिदीन के एक सदस्य को पकड़ा।

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Author: lakshyatak

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