काठमांडू- 02 मार्च। नेपाली सेना के मेजर जनरल प्रेम शाही को भ्रष्टाचार का दोषी पाया गया है। सैन्य अदालत ने उनको पद से बर्खास्त कर दिया है। भ्रष्टाचार के इसी मामले में कर्नल महेंद्र जंग शाह और कुलदीप तिमिलसेना के खिलाफ आंतरिक कार्रवाई की जाएगी।
नेपाली सेना के प्रवक्ता कृष्ण प्रसाद भंडारी ने बताया कि कोर्ट मार्शल में वित्तीय अनियमितताओं की पुष्टि होने के बाद आज (गुरुवार) नेपाली सेना के मेजर जनरल प्रेम शाही को सेवा से हटा दिया गया। मेजर जनरल प्रेम शाही को हिरासत में लेने के बाद कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी के आदेश देकर 3 जनवरी को सैन्य अदालत का गठन किया गया था। सैन्य अदालत ने जनरल प्रेम शाही से जुड़े भ्रष्टाचार की जांच में कर्नल महेंद्र जंग शाह और कुलदीप तिमिल सेना को भी शामिल किया था।
सेवा से हटाए गए शाही को पूर्व कमांडर-इन-चीफ पूर्णचंद्र थापा का विश्वासपात्र माना जाता था। थापा के पूरे कार्यकाल में वे सेना की महत्वपूर्ण एजेंसियों में कार्यरत रहे। इससे पहले प्रेम शाही पर उनके शैक्षिक प्रमाण पत्र में उम्र के अंतर के कारण मुकदमा चलाया गया था, लेकिन वे सुप्रीम कोर्ट गए और केस जीत गए।