पटना- 29 जनवरी। डेढ़ साल से सिर पर पगड़ी बांध कर चल रहे भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी, जो रविवार को बदलते राजनीतिक परिदृश्य में नीतीश कुमार के पार्टनर बन गये हैं, उनकी चर्चा बिहार की बदली सियासत के बीच काफी तेज हो गयी है। ये चर्चा इस बात को लेकर के है कि बिहार में भाजपा के साथ मिलकर नीतीश कुमार ने तो अब एनडीए की सरकार बना ली, लेकिन सम्राट चौधरी अपने सिर से पगड़ी कब हटायेंगे।
एक समय था जब सम्राट चौधरी ने नीतीश कुमार को कुर्सी से बेदखल करने की शपथ ली थी। उन्होंने कसम खाई थी कि नीतीश कुमार को सत्ता से हटाने के बाद ही पगड़ी उतारेंगे।
सोमवार को पार्टी कार्यालय में आयोजित पत्रकार सम्मेलन में जब पत्रकारों ने उनसे सवाल पूछा कि अब आप पगड़ी कब उतारेंगे। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा कि जब मैंने यह पगड़ी बांधी थी, तो उस समय मेरी मां का निधन हुआ था। उसी समय भाजपा ने मुझे विरोधी दल के नेता के रूप में काम करने की जिम्मेदारी सौंपी। ऐसे में पार्टी के सम्मान और उसके वजूद के लिए मेरे लिए उस समय भावुक क्षण था, जब मैंने वह बात कही थी। अब मैं अपने मुरेठा को प्रभु श्रीराम के चरणों में समर्पित करने के लिए अयोध्या जा रहा हूं। साथ ही अपना मुंडन भी कराऊंगा। मेरे लिए पार्टी से ऊपर कुछ भी नहीं है।