नई दिल्ली- 23 जनवरी। देश में चालू चीनी विपणन वर्ष 2023-24 में 15 जनवरी, 2024 तक चीनी का उत्पादन 149.52 लाख टन रहा है। पिछले विपणन वर्ष की समान अवधि में 157.87 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ था, जो एक साल पहले की समान अवधि के मुकाबले 5.28 फीसदी कम है।
चीनी मिलों के संगठन इंडियन शुगर मिल एसोसिएशन (इस्मा) ने मंगलवार को जारी एक बयान में बताया कि चीनी विपणन वर्ष 2023-24 में 15 जनवरी तक चीनी का उत्पादन 5.28 फीसदी घटकर 149.52 लाख टन रहा है, जबकि पिछले चीनी विपणन वर्ष की समान अवधि में 157.87 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ था। इस्मा के मुताबिक पिछले वर्ष की इसी अवधि में संचालित 515 मिलों की तुलना में इस वर्ष चालू चीनी मिलों की संख्या 520 है। हालांकि, इस्मा ने कहा कि इस बार चीनी का उत्पादन पहले के अनुमान से कहीं अधिक हो सकता है।
इस्मा ने सरकार से चालू चीनी विपणन सत्र में इथेनॉल उत्पादन के लिए अतिरिक्त 10-12 लाख टन चीनी के स्थानांतरण (डायवर्जन) की अनुमति देने का अनुरोध किया है। उद्योग संगठन ने चीनी के ज्यादा उत्पादन के अनुमान के बीच यह मांग रखी है। इस्मा ने कहा कि ‘हमारा यह मानना है कि चालू चीनी विपणन वर्ष में चीनी उत्पादन पहले की उम्मीद की अपेक्षा कहीं अधिक हो सकता है। इस्मा ने कहा कि वह इस महीने के अंत तक चीनी के उत्पादन का अपना दूसरा अनुमान सामने लाएगा।
उद्योग निकाय के मुताबिक देश के प्रमुख चीनी उत्पादक राज्य महाराष्ट्र में 15 जनवरी तक चीनी उत्पादन घटकर 50.73 लाख टन रह गया है, जबकि एक साल पहले की समान अवधि में यह 60.26 लाख टन रहा था। इसी तरह तीसरे सबसे बड़े चीनी उत्पादक कर्नाटक में उत्पादन घटकर 31.16 लाख टन रह गया, जो एक साल पहले की समान अवधि में 33.58 लाख टन था। हालांकि, दूसरे सबसे बड़े चीनी उत्पादक राज्य यूपी में 15 जनवरी तक चीनी का उत्पादन 45.73 लाख टन से अधिक रहा, जबकि एक साल पहले की समान अवधि में यह 40.65 लाख टन था।