मधुबनी- 23 जनवरी। केन्द्र की भाजपा सरकार आम लोगों को बुनियादी मुद्दों से भटकाने में लगी है। बेरोजगारी, महंगाई, किसान एवं मजदूर की समस्याएं आसमान पर है। भारतीय रूपये गिर कर पाताल में जा रहा है। इन ज्वलत मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए धार्मिक बंदराओं के सौदागरों में मशगूल है। उक्त बातें सोमवार को जिला मुख्यालय स्थित एक विवाह भवन में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस को सम्बोधित करते हुए पूर्व केन्द्रीय मंत्री सह राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष देवेन्द्र प्रसाद यादव ने कही। उन्होने कहा कि आज देश के हालात यह है कि सबसे ज्यादा समस्या खड़ा करने वाले सबसे बड़े राजनेता में शुमार किए जाने लगे हैं। समाज को भाई-भाई में बाँटना मुल्क में नफरत फैलाना, भाई चारा व सामाजिक सद्भाव पर प्रश्न खड़ा कर दिया गया है। हिजाब, धर्मआंतरण व समान नागरिकता पर विवादित ध्यान देकर देश को बांटने की कोशिश की जा रही है।
साझा विरासत को खत्म करना,हिन्दू-मुस्लिम मिल्लत व एकता का महौल खराब कर देश को गुलामी और तानाशाही की ओर ढ़केला जाना मुख्य लक्ष्य बन गया है। यहाँ तक कि फिल्मी अभिनेता को दूर-दूर तक राजनीति से कुछ लेना देना नहीं है, वैसे फिल्म के सुपर स्टार अमिताभ बच्चन जैसे मशहूर अभिनेता को हाल ही में कलकत्ता में आयोजित अंतराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव को सम्बोधित करते हुए देश के वर्तमान परिस्थिति को भांवते हुए यह कहने के लिए मजबूर होना पड़ा कि सिविल लिबर्टी और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता हिन्दुस्तान में चिंता का विषय बन गया है। इन ही नहीं दुसरे सुपर स्टार शाहरूख खान ने भी इशारे-इशारे में इसी अंतराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में बोलते हुए कहा कि पेटी बांध लीजिये मौसम खराब होने वाला है और सभी सकारात्मक लोगों को अब एक होकर सोचना जरूरी हो गया है। इससे क्या स्पष्ट संकेत नहीं मिलता है कि लोकतंत्र खतरनाक दौर से गुजर रहा है।
श्री यादव ने कहा कि देश के कुछ पुँजीपतियों को फायदा हो सकता है, क्योंकि देश के सारे सरकारी उपक्रमों जो लाभकारी था उसे धड़ल्ले से अरबपतियों के हाथ बेचा जा रहा है और दूसरी तरफ देश के प्रधान सेवक चोकीदार का ड्रीम प्रोजेक्ट के तहत विपक्ष मुक्त भारत बनाने के लिए सभी केन्द्रीय एजेंसीया ईडी,आयकर विभाग एवं सीबीआई की निष्पक्षता और स्वायता को खत्म कर भाजपा अपनी पार्टी का कोषांग बनाकर इस्तेमाल कर रही है। उन्होने कहा कि देश में धार्मिक धुव्रीकरण की संस्कृति चल पड़ी है। आम लोगों के दिमाग में इतना खुदा-कट भरा जा रहा है कि लोग धर्म,मजहब और उन्मादी राष्ट्रवाद का शिकार होने लगे हैं। आम लोगों को मुनयादी मुद्दों से भटका कर अंधका इंडिया बनाने का अभियान चल रहा है। बिहार में सात दलों का महागठबंधन लालू प्रसाद यादव,नीतीश कुमार एवं तेजस्वी प्रसाद यादव ने मिलकर यह एक ऐतिहासिक निर्णय लिया है, जो पूरे देश के विपक्षियों को एक दिशा व ऊर्जावान बनाने का एक दीर्घकालीक प्रयोग के रूप में है। अगले वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के सारे षड्यंत्र का सफाया उत्तर भारत के राज्यों में हो जायेगा। बिहार में महागठबंधन अटूट है। तथा यह महागठबंधन चट्टानी एकता के साथ मील का पत्थर साबित होगा।
मौके पर पूर्व विधायक राम कुमार यादव,प्रो.औसाफ लडड्डन,संजय ठाकुर,असलम अंसारी,आरिफ जिलानी,संजय यादव,विष्नाथ कुष्वाहा,राजेष सिंह,आनंद मोहन, जय चन्द्रवीर झा,मो. अरसलान,इन्द्र भूषण यादव सहित भारी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता मौजुद थे।