हैदराबाद- 14 जुलाई। राज्यभर में लगातार जारी बारिश के मद्देनजर मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने आज सभी विभागीय अधिकारियों को बचाव और राहत कार्यों को विभागीय समन्वय और प्राथमिकता से करने को कहा है।
समीक्षा बैठक के बाद मुख्य सचिव सोमेश कुमार ने कहा है कि गोदावरी नदी के आसपास के इलाकों में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है। राज्य सरकार सतर्कता बरतते हुए पहले ही एहतियाती कदम उठाए गए हैं। प्रशासन स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए हैं। समय-समय पर अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दे रहे हैं।
राज्य के मुख्य सचिव सोमेश कुमार ने कहा है कि अब तक भद्राचलम और पड़ोसी जिलों से कुल 19 हजार से अधिक लोगो को पुनर्वास केंद्र में बसाया गया है। सोमेश कुमार ने ऐलान किया कि राज्य सरकार ने सचिवालय में आईएएस अधिकारी राहुल बोझा के नेतृत्व में कंट्रोल रूम स्थापित किया है जो अगले 4 दिन तक सक्रिय रहेंगे।
निर्मल और आदिलाबाद जिले की बाढ़ की स्थिति गंभीर है। राज्यमंत्री इंद्रकरण रेड्डी ने आज आदिलाबाद में अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की और जिला के कडम परियोजना, स्वर्ण परियोजना का जायजा लिया। बाढ़ से उत्पन्न परिस्थितियों में बचाव कार्य के दौरान कड़ेम परियोजना में भारी मात्रा में पानी के बहाव को ध्यान में रखते हुए उन 12 गांवों को खाली कर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है, जो कडेम परियोजना के निचले हिस्से मैं बाढ़ से प्रभावित हैं।
कदम परियोजना के आसपास के 25 ग्राम के निवासियों को पुनर्वास केंद्रों में ले जाया गया। मंत्री ने कहा कि परियोजना को कोई खतरा नहीं है। निर्मल के जिला कलेक्टर मुशर्रफ अली फारुकी ने कहा कि जिले के कई हिस्सों में अत्यधिक बारिश हो रही है और लोगों से सभी निचले इलाकों से बचने का आग्रह किया।
आज मुख्य सचिव सिंचाई विभाग के अधिकारियों को आदेश जारी कर कृष्णा और गोदावरी नदियों के ऊपरी इलाकों में हो रही भारी वर्षा को ध्यान में रखते हुए एसएसआरएसपी (श्रीराम सागर परियोजना) जैसे विभिन्न जलाशयों में जल के प्रवेश और निकासी के बारे में जानकारी प्राप्त की और कहा कि बाढ़ प्रभावित इलाकों में लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए कड़े कदम उठाए जाएं।
मुख्य सचिव ने महाराष्ट्र में ऊपरी गोदावरी से बाढ़ का पूर्वानुमान लगाने और एहतियाती कदम उठाने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए। उन्होंने बारिश के कारण राज्य में बिजली आपूर्ति में किसी भी तरह की बाधा को रोकने के लिए उपाय किए गए हैं।
विभाग के अनुसार 2300 बिजली के खंभे उखड़ गये है, जिनकी बहाली का कार्य जारी है। बिजली में रुकावट वाले क्षेत्रों में वैकल्पिक व्यवस्था की जा रही है।
तेलंगाना के कुछ हिस्सों में लगातार बारिश और बाढ़ का कहर जारी है। कई गांव और कस्बे बाढ़ के पानी में डूब गए हैं। उत्तरी तेलंगाना क्षेत्र मानसून के कहर से जूझ रहा था। सड़कों पर पानी भरा हुआ है, जिससे दूरदराज के गांवों से संपर्क टूट गया है, वहीं सामान्य जनजीवन ठप हो गया है।
आदिलाबाद, निर्मल, कोमाराम भीम, आसिफाबाद, मंचेरियल और जगतियाल जिले बाढ़ से बुरी तरह से प्रभावित हैं। भारी बारिश और बाढ़ के कारण घर ढहने, बिजली आपूर्ति बाधित होने के साथ-साथ फसलों को व्यापक नुकसान होने की खबरें सामने आ रही हैं। गोदावरी और कृष्णा, राज्य से होकर बहने वाली दो प्रमुख नदियां, और उनकी सहायक नदियां उफान पर है।
हैदराबाद और आसपास के जिलों में बारिश के कारण सामान्य जनजीवन प्रभावित रहा। शहर के बीचोंबीच हुसैन सागर झील भी भर गई। अधिकारी मुसी नदी में पानी छोड़ रहे हैं। नहरों और मुसी नदी के आसपास के इलाकों में लोगों को पहले ही अलर्ट कर दिया गया है।