चेन्नई- 27 जनवरी। तमिलनाडु के रामनाथपुरम जिले के 59 वर्षीय एक व्यक्ति, जिसकी कुछ दिन पहले हुई सड़क दुर्घटना में अंगों ने रिस्पांस करना बंद कर दिया था, को डॉक्टरों ने ब्रेन डेड घोषित कर दिया था। आज शनिवार को उसकी पत्नी ने उसके अंगों को दान करने का फैसला किया है। जानकारी के मुताबिक दान किए गए अंगों से पांच लोगों को नया जीवन मिला। अंगदाता को स्थानीय प्रशासन की ओर से राजकीय सम्मान दिया गया।
सरकारी राजाजी अस्पताल (जीआरएच) के डीन डॉ ए. रथिनावेल ने कहा कि 59 वर्षीय एम. मुरुगन 24 जनवरी की रात को कलानिकुडी, रामनाथपुरम में यात्रा करते समय अपने दोपहिया वाहन से गिर गए। उन्हें मदुरई के जीआरएच में गहन चिकित्सा इकाई में भर्ती कराया गया था। सिर में गंभीर चोट लगे के कारण उनकी हालत बिगड़ती जा रही थी।
अस्पताल सूत्रों के अनुसार, मुरुगन को न्यूरोसर्जरी के आईसीयू टीम द्वारा इलाज किया जा रहा था लेकिन शुक्रवार शाम 6.40 बजे उन्हें ब्रेन डेड घोषित कर दिया गया। मुरुगन की पत्नी कनागम्बल ने अपने पति के अंग दान करने की सहमति दी। शनिवार सुबह ट्रॉमा केयर सेंटर/इमरजेंसी ऑपरेशन थिएटर में अंग निकालने का काम संपन्न किया गया।
मेडिकल टीम ने ब्रेन-डेड ऑर्गन डोनर से लीवर,किडनी,कॉर्निया और लिगामेंट्स को अंगदान के लिए निकाला। मदुरै के वेलाम्मल मेडिकल कॉलेज अस्पताल में एक प्राप्तकर्ता को लीवर दान किया गया था। एक किडनी तिरुनेलवेली सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल को सौंपी गई। जबकि दूसरी किडनी जीआरएच में एक मरीज को दी गई। जीआरएच में मरीजों को कॉर्निया और लिगामेंट्स भी आवंटित कर दिए गए।
डीन डॉ ए. रथिनावेल ने बताया कि पोस्टमॉर्टम के बाद शव को रिश्तेदारों को सौंप दिया गया। मुरुगन का अंतिम संस्कार उनके पैतृक स्थान सेंगामदाई में हुआ। जिला कलेक्टर बी. विष्णु चंद्रन के नेतृत्व में रामनाथपुरम जिला प्रशासन ने राजकीय सम्मान और पुष्पांजलि अर्पित करके मुरुगन को श्रद्धांजलि दी।