चेन्नई (तमिलनाडु)- 28 जनवरी। तमिलनाडु के राज्यपाल आरएन रवि ने रविवार को कहा कि वह देखकर हैरान हो जाते हैं कि पूरे कीझवेनमनी गांव में घोर गरीबी है। इस विषय पर उन्होंने कहा, “मैंने नागापट्टिनम जिले के कीझवेनमनी गांव का दौरा किया और जी पलानिवेल से मुलाकात की। वर्ष 1968 में हुए नरसंहार के वह अकेले एकमात्र व्यक्ति हैं जो जीवित बचे हैं। राज्यपाल ने नांबियार का भी दौरा किया जहां अधिकांश मछुआरे रहते हैं। इसी प्रकार की हालत कुछ जीवानगर में अनुसूचित जाति के लोगों की है। पूरे गांव में घोर गरीबी देखकर मैं स्तब्ध हूं, आश्चर्य है- आखिर यह सब कैसे चल रहा है? लंबे समय तक यह सभी दुर्भाग्यशाली भाई-बहनों को सामाजिक और आर्थिक विकास के न्याय कार्यों के लिए इंतजार करना होगा।
वे तमिल सेवा से संबंधित एक कार्यक्रम में मुख्यवक्ता के रूप में नागपट्टिनम में लोगों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा, “भारत सबसे तेजी से बढ़ने वाले देशों में से एक है। सभी का साथ सभी का विकास होना चाहिए।”
तमिलनाडु सबसे अधिक समझदारी और आर्थिक सामाजिक प्रतिबद्धता जग रही है। ऐसी हालत में देश के विकसित राज्यों में लोगों को ऐसे जीवन जीते देखना बहुत कष्टदायक है। उन्होंने कहा, “घोर गरीबी देख रहा हूं। मैंने यहां के कुछ गांवों और वहां के रहन-सहन का दौरा कर अत्यंत दुखी हैं।”