झारखंड में साइबर अपराधियों के खिलाफ कारगर हथियार साबित हो रहा ‘प्रतिबिंब’ पोर्टल

रांची- 15 जनवरी। साइबर अपराधियों के खिलाफ ‘प्रतिबिंब’ पोर्टल कारगर हथियार साबित हो रहा है। इस पोर्टल की मदद से झारखंड में 90 दिनों में 470 साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है। इसके परिणाम स्वरूप झारखंड इलाके से होने वाले साइबर अपराध में गिरावट आई है।

अपराध अनुसंधान विभाग (सीआईडी) की ओर से लांच किया गया ‘प्रतिबिंब’ ऐप रियल टाइम लोकेशन ट्रेस करती है। इसकी मदद से तीन महीने में 470 अपराधियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। 110 साइबर क्रिमिनल्स पर केस दर्ज किए गए। 1500 सिमकार्ड बरामद हुए हैं। वहीं लाखों की संपत्ति भी जब्त की गई है। इसी कड़ी में सीआईडी ने राज्य के 24 जिले के विभिन्न बैंकों के 8674 खाते भी सीज किए हैं। सीआईडी के मुताबिक साइबर अपराधी इन खातों का इस्तेमाल पैसों की लेन देन में करते थे।

इन बैंकों के खाते किए गए सीज—

एसबीआई : 2840, इंडियन बैंक सहित इलाहाबाद बैंक : 1538, बैंक ऑफ इंडिया : 1290,बैंक ऑफ़ बड़ोदा: 870, आईडीएफसी फर्स्ट बैंक : 394, एयरटेल पेमेंट बैंक: 264, एचडीएफसी: 220,बंधन बैंक: 149,आईसीआईसीआई: 91, यस बैंक: 59,आईडीबीआई : 53,एक्सिस बैंक: 214, केनरा बैंक सहित सिंडिकेट बैंक: 195, यूबीओआई सहित आंध्र बैंक और कॉरपोरेशन बैंक: 178,पीएनबी:161,कोटक महिंद्रा: 158

इस संबंध में सीआईडी डीजी अनुराग गुप्ता ने बताया कि अब संबंधित बैंक अधिकारियों के सहयोग से बैंक खाता धारकों को ट्रैस किया जाएगा। अगर जांच के दौरान यह पता चलता है कि ये खाते गलत डॉक्यूमेंट देकर खोले गए या इनका इस्तेमाल गलत तरीके से ट्रांजेक्शन करने में होता है तब खाता धारक पर कार्रवाई की जाएगी। इन पर केस दर्ज किया जाएगा। इसके लिए जल्द ही संबंधित जिले के एसपी निर्देश भेजा जाएगा। उनके साथ उनके जिले का डेटा भी शेयर किया जाएगा। देवघर में सबसे अधिक खाते सीज, रांची तीसरे नंबर पर सीआईडी की ओर से जारी आंकड़े के मुताबिक सासइबर क्रिमिनल के सबसे अधिक खाते देवघर जिले से सीज किए गए हैं। सबसे अधिक खाता सीज होने की सूची में धनबाद दूसरे नंबर पर है। वहीं राजधानी रांची सूची में तीसरे नंबर पर है।

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Author: lakshyatak

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