चीन के नए नक्शे पर नेपाल में भी बवाल, डिप्लोमैटिक प्रोटेस्ट नोट भेजने की तैयारी

काठमांडू- 31 अगस्त। चीन के नए नक्शे का नेपाल में भी व्यापक विरोध हो रहा है। जारी नक़्शे में नेपाल के कुछ भूभाग को काट कर दिखाया गया है। चीन की इस हरकत पर नेपाल के राजनीतिक दलों और सामाजिक संस्थाओं ने विरोध किया है। नेपाल सरकार भी चीन के नक्शा को लेकर अपना विरोध दर्ज कराने जा रही है। नेपाल की तरफ से चीन को प्रोटेस्ट नोट भेजा जाएगा।

चीन के नए नक्शे का विरोध करते हुए उपप्रधानमंत्री तथा रक्षा मंत्री पूर्ण बहादुर खड्का ने कहा कि नेपाल की संसद में जिस नक्शे को पारित कर उसे संविधान का अंग बनाया गया था, उसे चीन की तरफ से मान्यता नहीं देना गलत है। उनका कहना है कि इस विषय पर सरकार अपना पक्ष रखने पर विचार कर रही है।

नेपाल के विदेश मंत्री ने चीन के नए नक्शे में नेपाली सीमा क्षेत्र के साथ छेडखानी किए जाने के बाद काठमांडू स्थित चीनी राजदूत को तलब कर उनसे इस पर सवाल जवाब किया है। नक्शा जारी करने के अगले दिन ही विदेश मंत्री एन पी साउद ने चीनी राजदूत चेन सॉंग को मंत्रालय में बुलाकर स्पष्टीकरण मांगा है।

सरकार की प्रवक्ता रेखा शर्मा ने कहा कि सरकार कूटनीतिक चैनल के माध्यम से अपना विरोध दर्ज करेगी। उन्होंने बताया कि नेपाल की तरफ से चीन को प्रोटेस्ट नोट भेजा जाएगा। इसी महीने प्रधानमंत्री प्रचण्ड के चीन भ्रमण के दौरान इस मुद्दे को उठाने पर भी विचार किया जा रहा है।

काठमांडू के मेयर बालेन शाह ने अपना चीन दौरा रद्द कर दिया है। आज फेसबुक पर एक संदेश लिखते हुए मेयर शाह ने कहा कि चीन ने नेपाल के नए नक्शे को मान्यता नहीं दी, इसलिए मैंने पांच दिवसीय चीन दौरे पर नहीं जाने का फैसला किया है।

इसके अलावा कई सामाजिक संस्थाओं ने भी चीन के विरोध में प्रदर्शन किया है। राष्ट्रीय एकता अभियान की तरफ से देश के कई स्थानों पर चीन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया गया है। कुछ संस्थाओं ने देश के जिलाधिकारियों के माध्यम से चीन के विरोध में ज्ञापन पत्र सौंपे है।

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Author: lakshyatak

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