लखनऊ- 23 सितम्बर। उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा ने कानपुर के विकल्प कृषि फार्म में ऊर्जा डिवाइस (बैल चालित ट्रैक्टर) की शुक्रवार को जानकारी साझा की है। मुख्य सचिव ने अपने आधिकारिक ट्वीटर हैंडल से तीन ट्वीट करते हुए आधुनिकता की ओर बढ़ते मशीनरी युग के बीच खेतों में बैल की वापसी को एक सुखद संदेश बताया है। इस ट्रैक्टर को अपनाने से बैल पुनः उपयोगी हो सकते हैं, साथ ही आवारा पशुओं की समस्या से भी निजात पाया जा सकता है।
मुख्य सचिव ने कहा कि बैल चालित ट्रैक्टर (हल) सेे खेती करने से किसानों का पशुपालन के प्रति रुझान बढ़ेगा, जो पर्यावरण के लिहाज से भी काफी लाभदायक है। ऐसे नये उपकरणों से किसान भाईयों को खेत जुताई का काम आसान हो जाता है। इसके उपयोग से क्षमता, गति तथा उत्पादकता बढ़ जाती है। साथ ही पर्यावरण के लिये यह सर्वथा उपयोगी है।
उन्होंने कहा कि बैल चालित ट्रैक्टर से खेतों में जुताई सुनने में यह भले ही अटपटा लगे, लेकिन इसे सच कर दिखाया गया है। बैलों से चलने वाला एक नायाब ट्रैक्टर जैसा हल विकसित किया गया है, इसमें किसान के बैठने के लिए कुर्सी की भी व्यस्था है। बताया कि इसे बैलों की जोड़ी के माध्यम से एक दिन में दो एकड़ तक भूमि की जुताई बड़ी आसानी से हो रही है।