धर्मशाला- 04 अक्टूबर। धर्मशाला कोविड काल में अपने जीवन को संकट में डालकर दूसरों की सेवा करने वाले कोविड आउटसोर्स कर्मियों के लिए अच्छी खबर आई है। धर्मशाला पहुंचे स्वास्थ्य कर्नल मंत्री धनी राम शांडिल ने कहा कि कोरोना काल के दौरान सेवाएं देने वाले कोविड आउटसोर्स कर्मियों के भविष्य को लेकर प्रदेश सरकार गंभीर है।
धर्मशाला पंहुचे स्वास्थ्य मंत्री ने पत्रकार वाता को संबोधित करते हुए यह बात कहीँ उन्होंने कहा कि कोविड आउटसोर्स कर्मियों को भविष्य में होने वाली भर्तियों में वरीयता दी जाएगी, ताकि इन सभी को योग्यता के आधार पर रोजगार दिया जा सके, क्योंकि पूर्व सरकार ने जिस तरह से ठेकेदारों के माध्यमों से इन लोगों को इस्तेमाल किया है। वह सरासर गलत है क्योंकि बिना पॉलिसी बनाए ठेकेदारों को फायदा पहुंचाने की नीयत से सैकड़ों लोगों को अंधेरे में रखा।
इस मौके पर जिला कांगड़ा के कोविड आउटसोर्स कर्मियों ने स्वास्थ्य मंत्री को एक ज्ञापन भी सौंपा, जिसमें मांग की गई कि उनकी सेवाओं को तुरंत बहाल किया जाए। इस पर स्वास्थ्य मंत्री ने गंभीरता से सभी की बातों को सुना और आश्वासन दिया कि जैसे ही नई नियुक्तियां होंगी तो आपको योग्यता के आधार पर प्राथमिकता दी जाएगी।
गौर हो कि प्रदेश भर में करीब 1800 कोरोना वारियर्स सेवाएं दे रहे थे, लेकिन 30 सितंबर के बाद से उनकी सेवाएं सरकार द्वारा रोक दी गई हैं। इसी को लेकर बुधवार को इन लोगों ने स्वास्थ्य मंत्री धनी राम शांडिल को मांग पत्र सौंपा। कोविड आउटसोर्स कर्मियों ने गत दिन उपायुक्त कांगड़ा के माध्यम से प्रदेश सरकार को एक ज्ञापन सौंपा था, जिसमें मांग की गई थी कि अगर प्रदेश सरकार उनकी सेवाओं को 10 अक्तूबर तक बहाल नहीं करती, तो वे हड़ताल पर बैठ जाएंगे।