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कोकिला लता माँ के स्मरण में नृत्य प्रतियोगिता का आयोजन

पटना- 29 अप्रैल। मेरी आवाज़ ही पहचान है” नॉलेजग्राम इंटरनेशनल स्कूल ने अंतरराष्ट्रीय नृत्य दिवस के उपलक्ष में नृत्य के सभी विभूतियों के स्मरण में तथा स्वर कोकिला लता माँ के स्मरण में अन्तर्सदन समूह नृत्य प्रतियोगिता का अत्यंत ही भावात्मक आयोजन किया। इस प्रतियोगिता के निर्णायक मंडल में विद्यालय के निदेशक डॉ सी.बी सिंह तथा विद्यालय की प्राचार्या राधिका के. ने शिरकत की।

विद्यालय में कुल चार समूह हैं। पायनियर्स, अचीवर्स, चैलेंजर्स और एक्सप्लोरर्स। सभी समूहों ने स्वर कोकिला लता मंगेशकर के गानों पर एक से बढ़कर एक प्रस्तुति दी।

पायनियर्स हाउस ने “मैं फूल बेचती हूं” गीत पर फूलों से संबंधित कई भाव भंगिमाओं को दर्शाया और अत्यंत ही रचनात्मक नृत्य से सभी का दिल जीत लिया।

वहीं अचीवर्स हाउस ने “आज राधा को श्याम याद आ गया” गीत पर डांडिया नृत्य और राधा कृष्ण की लीला को दर्शाते हुए बेहद ही सृजनशीलता से भरी हुई प्रस्तुति दी।

चैलेंजर्स हाउस ने “सत्यम शिवम सुंदरम” गीत पर शास्त्रीय नृत्य प्रस्तुत किया जो अत्यंत हीं भाव विभोर कर देने वाला था। और नृत्य के अंत में लता मंगेशकर की पोशाक में विद्यालय की छात्रा ने लता मां के आज भी हम सभी के बीच जीवित होने का एहसास कराया जिसे देखकर सबकी आँखें नम हो आईं।

वहीं एक्सप्लोरर हाउस ने “नाम गुम जाएगा” गीत के साथ लता मंगेशकर के तस्वीर को दिखाते हुए नृत्य की शुरुआत की। और श्री कृष्ण की लीला को दर्शाते हुए “मोहे पनघट पे नंदलाल छेड़ गयो रे” गीत पर सभी को झुमा दिया। “एक राधा एक मीरा” गीत ने राधा और मीरा की भक्ति में सभी दर्शकों को भाव विभोर कर दिया।

साथ ही साथ स्वर कोकिला लता मंगेशकर के स्मरण में बेहद हीं भावुक गीत “एक प्यार का नगमा है” विद्यालय के शिक्षकों द्वारा समवेत स्वर में गाया गया।

प्रतियोगिता के परिणाम निम्नवत रहे:

एक्सप्लोरर हाउस ने प्रथम स्थान प्राप्त कर अपना परचम लहराया, द्वितीय स्थान पर चैलेंजर्स हाउस विजेता रहा तथा तृतीय स्थान पर अचीवर्स हाउस ने अपना लोहा मनवाया।

निर्णायक मंडल में मौजूद विद्यालय के निदेशक महोदय तथा प्राचार्या महोदया के लिया निर्णय लेना अत्यंत ही कठिन रहा क्योंकि सभी प्रस्तुतियां एक से बढ़कर एक थी।

विद्यालय के निदेशक महोदय ने सभी दर्शकों का संबोधन करते हुए कहा कि आज अंतरराष्ट्रीय नृत्य दिवस के उपलक्ष में इस तरह की प्रतियोगिताएं हमारे बच्चों के एक आत्मविश्वास पैदा करती हैं साथ ही जीवन जीने की कला भी सिखाती हैं।

वहीं विद्यालय की प्राचार्या महोदया ने कार्यक्रम की सफलता हेतु सभी का धन्यवाद ज्ञापन किया। तथा सभी शिक्षकों तथा छात्रों की सराहना की और शुभकामनाएं दी। प्रतियोगिता समारोह का समापन राष्ट्रगान से किया गया।

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Author: lakshyatak

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