[the_ad id='16714']

कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देने की घोषणा के लिए CM नीतीश ने प्रधानमंत्री को दी बधाई, कहा- आलकल लोग परिवारवाद को आगे बढ़ाते हैं, लेकिन जननायक ने कभी अपने परिवार को आगे नहीं बढ़ाया

पटना- 24 जनवरी। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री व जननायक कर्पूरी ठाकुर की 100वीं जयंती के मौके पर आयोजित एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि उन्होंने वर्ष 2007 से वर्ष 2023 तक हर साल कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देने का अनुरोध करते रहे। चाहे कांग्रेस की सरकार रही हो या फिर राजग की। अब केंद्र सरकार ने कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देने का एलान किया है, जिसके लिए मैं केंद्र सरकार के साथ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भी बधाई देता हूं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कर्पूरी के पुत्र रामनाथ ठाकुर को भी प्रधानमंत्री ने फोन कर बधाई दी है। आज हम लोगों ने जननायक कर्पूरी ठाकुर के कार्यों को आगे बढ़ाया है, लेकिन आजकल लोग परिवारवाद को आगे बढ़ाते हैं। जब जननायक कर्पूरी ठाकुर का देहांत हो गया, तब हम लोगों ने उनके सुपुत्र रामनाथ ठाकुर को आगे बढ़ाया। उन्हें पार्टी में स्थान दिया, मंत्री बनाया एवं सांसद बनाया। आजकल बहुत लोग अपने परिवार को आगे बढ़ाने में लगे हुए हैं, परंतु जननायक ने कभी अपने परिवार को आगे नहीं बढ़ाया।

नीतीश कुमार ने कहा कि जननायक कर्पूरी ठाकुर ने ही पहली बार वर्ष 1978 में पिछड़ा वर्ग को 8 प्रतिशत और अति पिछड़ा वर्ग को 12 प्रतिशत आरक्षण दिया। अति पिछड़ा वर्ग ज्यादा गरीब है और उनकी संख्या भी ज्यादा है। जननायक के कार्यों को हमें हमेशा याद रखना है। उन्होंने ही पहली बार बिहार में शराबबंदी लागू की, लेकिन समय से पहले ही उन्हें पद से हटा दिया गया, फिर शराबबंदी भी खत्म हो गई। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछड़ा-अति पिछड़ा वर्ग का कल्याण होना चाहिए। जिस सरकारी आवास में जननायक ठाकुर रहते थे, उसे आज भी संग्रहालय के रूप में सुरक्षित रखा गया है। मुख्यमंत्री रहते हुए जननायक कर्पूरी ठाकुर ने शिक्षा के क्षेत्र में काफी काम किया था।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमलोगों ने जाति आधारित गणना का काम करवाया। इसमें जाति की गणना के साथ-साथ एक-एक परिवार की आर्थिक स्थिति का जायजा लिया गया। आरक्षण की सीमा को बढ़ाया है। अनुसूचित जाति की आरक्षण सीमा को 20 प्रतिशत और अनुसूचित जनजाति का 2 प्रतिशत, अत्यंत पिछड़ा वर्ग का 25 प्रतिशत और पिछड़ा वर्ग को 18 प्रतिशत का आरक्षण का लाभ दिया। 50 प्रतिशत से आरक्षण की सीमा को बढ़ाकर 65 प्रतिशत कर दिया गया। अपर कास्ट में आर्थिक रूप से पिछड़े लोगों को केंद्र सरकार ने 10 प्रतिशत का आरक्षण दिया है, जिसे हमलोगों ने भी अपने राज्य में लागू किया है। कुल मिलाकर आरक्षण की सीमा 75 प्रतिशत हो गई है। जाति आधारित गणना के बाद यह बात सामने आई कि सभी जाति, वर्ग, धर्म में गरीब परिवार है। इनकी संख्या 94 लाख है। हमलोग प्रत्येक गरीब परिवार को 2-2 लाख रुपये देंगे ताकि वे अपना कार्य कर सकें।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जननायक कर्पूरी ठाकुर के प्रति हमलोगों की श्रद्धा है। हम उनके परिवार की भी इज्जत करते हैं। हम राज्य के हित में काम करते रहे हैं और आगे भी करते रहेंगे। मैं जननायक कर्पूरी ठाकुर के प्रति अपनी श्रद्धांजलि निवेदित करता हूं।

lakshyatak
Author: lakshyatak

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!