मधुबनी- 29 अगस्त। कर्जा मुक्ति भारत अभियान के तहत जिला के वाटसन स्कूल के नजदीक लगे शिविर में मंगलवार को जिले के सैकड़ो पुरुष एवं महिलाओं ने शामिल होकर हिस्सा लिया। कर्जा मुक्ति भारत अभियान के बिहार प्रदेश प्रभारी नीरज देव भारतीय ने इस मौके पर कहा कि कर्जा मुक्ति अभियान पिछले एक वर्ष से देश में चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत आठ लाख से अधिक लोग जुड़ चुके हैं। इस अभियान से जुड़ने वाले वैसे व्यक्ति होते हैं जो किसी बैंक या निजी संस्थान के कर्ज लेकर उसे चुकाने में अक्षम रहते हैं. उन्हें इस मुहिम से जुड़कर कर्ज मुक्ति प्रमाण पत्र दिया जाता। जिससे उन्हें जिस संस्था से कर्ज लिया होता है, उस संस्थान को आवेदन के साथ जोड़ कर दिया जाता है। तथा उन्हें तत्काल कर्ज चुकाने में सहूलियत प्रदान किया जाता है। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य कर्ज नहीं चुकाने वाले लोगों को आत्महत्या करने से मुक्ति दिलाना है। इस अभियान से गरीब लोगों को मदद की जाती है। बिहार प्रभारी श्री नीरज ने बताया कि वैसे व्यक्ति जो कोरोना कल में नौकरी छूट जाने से अपना ईएमआई भरने में अक्षम रहे हैं या किसी अन्य कारण से बैंकों को कर्ज चुकाने में देरी होता है और बैंक का सूद अत्यधिक बढ़ जाता है। उन्हें बैंकों से छूट दिलाने या कर्जा माफी करवाने की पहल इस अभियान के द्वारा किया जा रहा है. अभियान से जुड़े आवेदकों के कर्जा मुक्ति के आवेदन को पीएमओ कार्यालय,वित्त मंत्री कार्यालय एवं रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया कार्यालय में जमा करवाया जाता है। इस अभियान के मधुबनी लोकसभा प्रभारी डॉ. सरफराज आलम भारतीय ने कहा कि मधुबनी में इस अभियान में लगभग 20 हजार लोग जुड़ चुके हैं, जो कर्जा से मुक्ति पाना चाहते हैं। शिविर में पूजा कुमारी, सुलेखा देवी,रिंकू देवी,राजकुमारी देवी, दशरथ साह,मीनाक्षी, अमर शेखर,मोहम्मद नासिर,महाराज सुरेंद्र,कन्हैया झा,मुरली झा सहित सैकड़ो लोगों ने कर्ज मुक्ति अभियान से संबंधित आवेदन दिया। मौके पर वैशाली प्रभारी मुकेश जायसवाल भारतीय,झंझारपुर प्रभारी कृष्णानंद मिश्र भारतीय सहित कई कार्यकर्ता मौजूद थे।
